मुख्यमंत्री गहलोत को यहां रह रहे भीनमाल के लोगों ने भेजा ज्ञापन
बीकानेर। भीनमाल को जिला बनाने की मांग बीकानेर से भी उठने लगी है। यहां वर्षों से रह रहे भीनमाल मूल के लोगों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ज्ञापन भेजकर भीनमाल को जिला बनाने की मांग की है।
भीनमाल मूल के डॉ. अशोक कुमार फुलवारिया ने बताया कि सांचौर को जिला बनाए रखते हुए भी भीनमाल को नया जिला बनाया जा सकता है। भीनमाल सहित रानीवाड़ा, जसवंतपुरा, बागोड़ा तहसीलों को शामिल कर नए जिले की घोषणा की जा सकती है। उन्होंने बताया कि भीनमाल की ऐतिहासिक पृष्टिभूमि रही है। मान्यता है कि भीनमाल की स्थापना मां लक्ष्मी द्वारा की गई है। ब्रह्मगुप्त जैसे महान गणितज्ञ, महाकवि माघ भी भीनमाल की तपोभूमि ने दिए हैं। जगतस्वामी के नाम से दुनियाभर में पहचान रखने वाला सूर्य मंदिर राजस्थान का सबसे प्राचीन मंदिर है। यहां 734 वर्ष पुराना मां लक्ष्मी का मंदिर भी स्थापित है।
डॉ. फुलवारिया ने अपने ज्ञापन के जरिए मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि श्रीमाल पुराण जिस पर बनी है, वो भीनमाल ही है। 84 दरवाजों केे किले वाले भीनमाल ने वराहश्याम जैसे देव इस भूमि को दिए हैं। इस क्षेत्र में चंडीनाथ महादेव, नीलकंठ महादेव के 14 सौ वर्ष पुराने मंदिर स्थापित हैं। ये ही वो जगह है जहां मां चामुंडा, सुंधा पर्वत, क्षेमकरी माताजी, (भीनमाल री भाखरी) जैसे तीर्थ स्थल हैं। भीनमाल वो स्थान है जहां 72 जिनालय जैसे महान जैन तीर्थ हैं।
उन्होंने बताया कि भीनमाल में बनी जूतियां (मोजड़ी) विश्वभर में अपना महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं। भीनमाल की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि प्राचीनकाल में यह गुर्जरदेश की राजधानी रहा है। इन सब विशेषताओं के बाद भी सरकार ने इसे जिला घोषित नहीं करके यहां रहने वाले नागरिकों के हितों पर कुठाराघात किया है। अभी भी सरकार भीनमाल सहित सुजानगढ़ आदि को जिला घोषित करदे तो यह प्रदेश की जनता के साथ न्याय होगा।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com