आधी रात के बाद तक गली-मोहल्लों में घूमते रहे बदमाश
बुलैट पर बाइक पटाखों के साथ ‘नाल’ से धमाके
त्योहार पर पुलिस रही सॉफ्ट, बदमाशों ने उठाया फायदा
बीकानेर। छोटे-बड़े हादसों के साथ दीपावली का महापर्व काफी हद तक शांतिभरा रहा लेकिन दीपावली की रात कई गली-मोहल्लों में बदमाश प्रवृत्ति के लोग न्यूसेंस करते रहे। बुलैट पर बाइक पटाखों के साथ ‘नाल’ से धमाके कर रहे ये बदमाश आधी रात के बाद तक सड़कों पर बाइक लेकर समूह में घूमते रहे। बड़ा त्योहार होने की वजह से पुलिस सॉफ्ट रही, जिसका फायदा बदमाश उठाते नजर आए हैं।
गौरतलब है कि कुछ गली-मोहल्लों में वहीं के बदमाश दीपावली को अंधेरा पडऩे के साथ ही बाइक पर समूह में घूमना शुरू हो गए थे। इन लोगों के पास पाइप से बना एक लोहे के यंत्र भी थे, जिसमें पोटाश और गंधक भरकर धमाका किया जा रहा था। बदमाश बुलैट बाइक पर सवार होकर घूमने के साथ ही बाइक से और ‘नाल’ से हवा में धमाके कर रहे थे। अचानक अपने पास धमाका होने की वजह से कई लोग दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल भी बचे।
बदमाशों की इन हरकतों से शांतिप्रिय लोग काफी परेशान होते दिखे। हालांकि किसी परेशानी में पडऩे के भय से लोगों ने पुलिस को सूचना नहीं दी। कुछ लोगों का यह भी मानना था कि बड़ा त्योहार होने की वजह से पुलिस को पहले भी सॉफ्ट रहते देखा गया है।
बाजार में बिकती है ये ‘नाल’शहर में कुछ जगहों पर लोग इस चीज के जरिए पटाखा फोडऩे जैसी आवाज निकालते दिखे तो हमने पूछा कि वे लोग ये नाल कहां से लाए? कुछ ने इस सवाल को टाल दिया। वहीं कुछ ने बताया कि उन्होंने सरिये और पाइप का जुगाड़ करके इसे वेल्डिंग वाले से बनवाया है। वहीं कुछ ने बताया कि ये अब बाजार में मिल रहा है, आप इसे खरीद सकते हैं। दूसरी तरफ विस्फोट के लिए इस्तेमाल की जा रही चीज भी शहर में कुछ ठिकानों पर मिल रही है, ऐसा न्यूजफास्ट को लोगों ने बताया। इसकी कीमत के बारे में पूछा गया तो पता चला कि आम दिनों में गंधक-पोटाश का यह कॉम्बो पैक 800 से 1000 रुपये किलो में मिल जाता है। लेकिन अब दिवाली सेशन और पटाखों के महंगे होने के चलते इसकी कीमत बढ़ गई है।
अब अगर किसी को एक किलो गंधक-पोटाश लेना है तो इसके लिए दो हजार रुपये किलो चुकाने पड़ रहे हैं। एक किलो में कितनी बार ऐसी पटाखों की आवाज निकाली जा सकती है? लोग इसे पटाखों के विकल्प के तौर पर इस्तेमाल तो कर रहे हैं लेकिन इसमें विस्फोट के लिए इस्तेमाल हो रही चीजें वही हैं जिससे पटाखे बनाए जाते हैं। यानी इससे भी प्रदूषण होता ही है। विशेषज्ञों के अनुसारप्रतिबंधित क्षेत्रों में पटाखे फोडऩे वालों के खिलाफ भादस की धारा-268 के तहत 200 रुपए का जुर्माना और 6 महीने की जेल का प्रावधान है।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com