बीकानेर। पिता की मौत होने पर उसकी बेटियो ने अंतिम संस्कार कर बेटे का फर्ज निभाया। सामाजिक कुरीतियों को दरकिनार कर बेटियो द्वारा पिता को मुखाग्नि देने की खबर आस-पास के चर्चा का विषय बनी हुई है। लोग इसे सराहनीय प्रयास कहते हुए बेटियो की प्रशंसा कर रहे हैं।
गंगाशहर रोड छिम्पो का मोहल्ले में रहने वाले शिक्षा विभाग के कार्यालय अधीक्षक पद से सेवानिवृत्त अम्मान चंद छिम्पा की सोमवार को मौत हो गई। उसके परिवार में 6 पुत्रियाँ है पाँच विवाहिता है छोटी पुत्री नीरू जो अविवाहित है व सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस कर रही पिता के अंतिम संस्कार करने की बात आई तो मेडिकल छात्रा नीरू व उसकी बड़ी बहन कमला ने पिता का अंतिम संस्कार करने को कहा। इस पर कुछ लोगो ने परंपरा की दुहाई दी, तो कुछ जागरूक लोगो ने दुखी बेटियों का हौंसला बढ़ाया। इसके गोगागेट श्मशान घाट तक अम्मान चंद छिम्पा के शव को पहुंचाया, जहां दोनों बहिनों ने विधि संस्कारों के साथ पिता को मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार किया। नीरू की मां का देहांत कई वर्ष पूर्व हो गया था।