खाजूवाला में थाने के सामने बीती रात से दिया जा रहा था धरना
कई दौर की वार्ताएं होने के बाद प्रशासन और धरनार्थियों में बनी सहमति
बीकानेर। खाजूवाला थाना क्षेत्र में एक दलित युवती के साथ पहले गैंगरेप और बाद में उसकी हत्या करने के मामले में दिया जा रहा धरना अब खत्म हो गया है। प्रशासन और धरनार्थियों के बीच कई वार्ताएं होने के बाद अब सहमति बन गई है। सहमति बनने के बाद शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया गया है।
खाजूवाला थाना क्षेत्र में हुई इस वारदात के बाद आज सुबह से ही विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के नेता धरनास्थल पर पहुंच गए और कांग्रेस सरकार को घेरने का मौका भुना लिया। धरने पर बैठे मृतका के परिजन और स्थानीय लोगों की दस सूत्री मांग हैं, जिनमें मृतका के परिजनों को एक करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जाने, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने, वारदात की जांच एसओजी से करवाने, खाजूवाला थाने के सभी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने, आरोपियों की तुरन्त गिरफ्तारी करने जैसी मांग शामिल हैं। इस वारदात में खाजूवाला थाने के दो पुलिसकर्मियों मनोज व भागीरथ का नाम शामिल है। हालांकि पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने दोनों आरोपी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है लेकिन दलित समाज के लोगों का आक्रोश नहीं थमा।
मामले की गंभीरता को देखते हुए आइजी ओमप्रकाश और पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम मौके पर पहुंचे और धरनार्थियों के प्रतिनिधिमंडल से वार्ता की। कई दौर की वार्ता के बाद प्रशासन और प्रतिनिधिमण्डल के बीच सहमति बन गई। बताया जा रहा है कि प्रशासन और धरनार्थियों के प्रतिनिधिमंण्डल में जो सहमति बनी है, उसमें मृतका के परिजनों को 25 लाख रुपए का मुआवजा, दोनों आरोपी (पुलिसकर्मी) मनोज व भागीरथ पुलिस की निगरानी में रखे जाने, खाजूवाला पुलिस थाने में पिछले तीन वर्षों से तैनात पुलिसकर्मियों को स्थानान्तरित करने जैसी अन्य मांगें शामिल हैं। धरने पर डॉ. विश्वनाथ मेघवाल, भाजप के देहात जिलाध्यक्ष जालमसिंह भाटी, अनूपगढ़ की पूर्व विधायक शिमला बावरी, आम आदमी पार्टी के पुनीत ढाल, आरएलपी विजय बेनीवाल सहित कई नेता, मृतका के परिजन और स्थानीय लोग अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं। फिलहाल शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाया गया है।
गौरतलब है कि खाजूवाला स्थित नई धानमण्डी के बाहर शव की बात सामने आई थी। सूचनाा मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंच युवती को हॉस्पीटल पहुंचाया। युवती की मृत्यु होने पर पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाया। वहीं वारदात की जानकारी मिलने पर पुलिस अधीक्षक तेेजस्वनी गौतम तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार खाजूवाला पहुंचे तथा घटना स्थल का जायजा लिया। परिजनों ने नामजद मुल्जिमों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में युवती के शव का पोस्टमार्टम करने के लिए परिजनों से बात की तो मामला तूल पकड़ गया और पहले आरोपियों को गिरफ्तार करने की बात पर अड़े रहे। इन्हीं मांगों को लेकर परिजनों और स्थानीय लोगों ने धरना लगा दिया।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com