फिलहाल एक करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत
बीकानेर। डिजीटल इंडिया में साइबर ठगों की संख्या भी तेजी से बढ़ती जा रही है। यही कारण है कि देश की सभी राज्य पुलिस अपने बजट का बड़ा हिस्सा साइबर सुरक्षा के लिए भी खर्च कर रहे हैं।
प्रदेश में भी इकलौते साइबर थाने को अन्य राज्यों की तरह ही विश्वस्तरीय बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इस पर फिलहाल एक करोड़ रुपए खर्च होने हैं उसके बाद आगामी चरणों में और रुपए खर्च होंगे। ये रुपए थाने के भवन पर, सुरक्षा उपकरणों पर और अन्य मदों पर खर्च किए जाएंगे।
पुलिस अफसरों को उम्मीद है कि इन रुपयों से अन्य राज्यों की तरह से जयपुर में भी साइबर सुरक्षा और मजबूत हो सकेगी। गौरतलब है कि प्रदेश के इकलौते साइबर थाने में 5 लाख रुपए से ज्यादा की रकम के मामले ही दर्ज होते हैं।
सीबीआई की तरह होगी सबूतों की सुरक्षा
राजधानी में पुलिस अकादमी के पास स्थित साइबर थाने में भवन के खर्च के लिए करीब तीस प्रतिशत रुपए खर्च होने हैं। बाकि की राशि सुरक्षा उपकरणों पर खर्च की जाएगी। इसमें भी एक बड़ा हिस्सा साइबर थाने में बन रही स्पेशल लैब में खर्च होना है।
इस लैब में सबूतों को सीबीआई की तरह से सुरक्षित रखा जाएगा। लैब में सबूतों से किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं हो, इसके लिए चुनिंदा पुलिसकर्मियों को ही इसमें जाने की इजाजत होगी। कुछ नए कम्प्यूटर्स और कुछ अन्य साइबर उपकरण भी खरीदे जाएंगे।
मामले दर्ज होने में कई गुना हुई है बढ़ोतरी
पुलिस थानों में दर्ज होने वाले मुकदमों में चार साल के दौरान 110 प्रतिशत से भी ज्यादा बढ़ोतरी दर्ज हुई है।
जानकारी के अनुसार बैंक अफसर बन ठगी करने के सबसे ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं। इसके अलावा एटीएम कार्ड का क्लोन बना कर ठगी के मामलों में भी बेतहाशा वृद्धि हुई है।
हाल ही में देश में अमरीकी नागरिकों से ठगी का भी बड़ा मामला उजागर हुआ है। प्रदेश के तार भी इस मामले से जुड़े हुए हैं।