आपराधिक घटनाओं और खुदकुशी के मामलों में भी हुई वृद्धि
जल्दी रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने की है जरूरत
बीकानेर। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने बेरोजगारी बढ़ा दी है। लाखों लोगों केे रोजगार छिन गए हैं। ऐसे में लोगों को दो वक्त की रोटी के भी लाले पडऩे लगे हैं। अगर जल्द रोजगार के अवसर उपलब्ध नहीं हुए तो हालात काफी विकट हो सकते हैं।
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की वजह से देश की अर्थव्यवस्था पटरी से उतर गई है। कोरोना की वजह से लगे लॉकडाउन ने बहुत से लोगों को बेेरोजगार कर दिया है, जिनमें मजदूर, ऑटो रिक्शा, ऊंट गाड़ा, बैल व हाथ गाड़ा, रेहड़ी लगाने वाले, चाय आदि के छोटे होटल संचालित करने वाले, पान-गुटखा बेचने वाले, जनरल सामान सहित अन्य प्रकार की दुकान संचालित करने वाले, निजी नौकरी करने वाले, वाहन चलाने वाले आदि ऐसे लोग शामिल हैं। इन लोगों के हालात अब बिगडऩे लगे हैं। आर्थिक संकट की वजह से रोजमर्रा काम आने वाला सामान भी इनकी पहुंच से दूर हो गया है।
पिछले साल लगे लॉकडाउन के दौरान केन्द्र और राज्य सरकार ने कई प्रकार से सहायता प्रदान की थी लेकिन इस बार कहीं से भी मदद नहीं की जा रही है। जिसकी वजह से लोगों को आर्थिक तंगी ज्यादा झेलनी पड़ रही है।
जानकारी के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर की वजह से देश में अप्रेल और मई के दौरान 2.27 करोड़ लोगों को नौकरियों से हाथ धोना पड़ा है। पिछले साल कोरोना महामारी के शुरू होने से अब तक तकरीबन 97 फीसदी परिवारों की आय में गिरावट देखने को मिली है। मई के दौरान बेरोजगारी दर 12 फीसदी दर्ज की गई जबकि अप्रेल के दौरान यह आंकड़ा 8 फीसदी का बताया गया है।
कुल मिलाकर बेरोजगारी की समस्या को दूर करने के लिए केन्द्र के साथ राज्य सरकार को भी रोजगार के अवसर उत्पन्न करने होंगे, जिससे कोरोना काल में आहत हुए लोगों को राहत मिल सके।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI WWW.NEWSFASTWEB.COM