दिल्ली में सामने आए 15 मामले
बीकानेर। कोरोना संक्रमण से ठीक होने वालों में लगातार नई बीमारियां सामने आने लगी है। कोरोना से रिकवर होने के बाद ज्यादातर रोगियों में कमजोरी सामने आई है। अब कोरोना संक्रमण से ठीक होने के बाद रोगियों में बहरे होने का खतरा बढऩे लगा है। दिल्ली के एक सरकारी अस्पताल में ऐसे 15 मरीज सामने आ चुके हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना संक्रमण से ठीक होने के बाद लोगों में कमजोरी, ब्लैक फंगस जैसे रोग सामने आ रहे थे। इन रोगों पर काबू पाना शुरू हुआ तो अब एक नई मुसीबत सामने आने लगी है। कोरोना वायरस से मुक्त हो चुके लोगों में कम सुनना, कानों में सीटी बजना जैसी समस्या सामने आने लगी है।
कोरोना से हो रहा बहरापन
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार डॉक्टर सौरभ नारायण पिछले साल कोरोना वायरस की चपेट में आए थे। इसी के चलते उन्हें एक प्राइवेट अस्पताल के आईसीयू में 21 दिन बिताने पड़े, जिसके बाद वे रिकवर हो गए। हालांकि उसके बाद से अब इन्हें पहले की तरह सुनाई नहीं देता। लेकिन यह बात इन्हें इतनी देर से समझ में आई कि अब हियरिंग के बिना इनका इलाज नहीं हो सकता यानी यह कभी पहले की तरह ठीक तरीके से नहीं सुन पाएगें। वे दाएं कान से सुनने की शक्ति लगभग खो चुके हैं।
आंकड़ों पर नजर डालें तो राजधानी दिल्ली के सरकारी अस्पताल अंबेडकर अस्पताल में पिछले 2 महीने में ऐसे 15 मरीज आ चुके हैं जिनके कान में या तो दर्द है या फिर उन्हें सुनाई देना बहुत कम हो चुका है। यह सभी मरीज कोरोनावायरस की बीमारी से रिकवर हुए मरीज है। ज्यादातर मामलों में मरीज इतनी देरी से डॉक्टर तक पहुंच रहे हैं कि उनकी सुनाई देने की शक्ति को वापस लौटाने का यानी समय पर इलाज का वक्त जा चुका है।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI WWW.NEWSFASTWEB.COM