प्रशासन की कार्यशैली पर जनता में आक्रोश
लम्बी-चौड़ी टीम लगी है कोरोना ड्यूटी में, फिर भी हाल बदहाल
बीकानेर। बीकानेर जिला अब कोरोना हब बनता जा रहा है। पिछले कई दिनों से जिले में लगातार सौ से ज्यादा कोरोना रोगियों के नए मामले सामने आ रहे हैं। लगातार कोरोना रोगियों की संख्या बढ़ते देख अब शहरवासी प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहे हैं। वहीं लोगों ने सीएमएचओ को हटाने की मांग भी उठाई है।
गौरतलब है कि अगस्त महीने के शुरू होने के साथ ही बीकानेर जिले में कोरोना रोगियों का आंकड़ा बढऩा शुरू हो गया था जो आज भी जारी है। आज आई तीन रिपोर्ट में अभी तक 158 कोरोना पॉजिटिव के नए मामले सामने आ चुके हैं। इससे पहले कल यानि सोमवार को जिले में 72 कोरोना रोगी नए सामने आए थे। इससे पहले के दिनों में प्रतिदिन सौ से ज्यादा कोविड रोगी नए सामने आते रहे हैं। लगातार बढ़ रहे कोरोना रोगियों की संख्या को देखते हुए शहरवासियों का मानना है कि बीकानेर सीएमएचओ डॉ. बीएल मीणा अपना कार्य सही तरीके से नहीं कर पा रहे हैं। कोविड काल के दौरान उनकी ओर से की गई व्यवस्थाएं पूरी तरह से फ्लॉप साबित हुई हैं। ऐसी स्थिति में उन्हें अवकाश पर भेज दिया जाना चाहिए और उनके स्थान पर किसी ऊर्जावान अधिकारी को जिले की कमान सौंपनी चाहिए।
कोरोना महामारी के फैलाव को देखते हुए शहरवासी अब प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े करने लगे हैं। शहर में आज चर्चा की जा रही थी कि जिला कलेक्टर की ओर से शनिवार से सोमवार तक लगाए गए 36 घंटों के लॉकडाउन के बाद भी नतीजा सिफर निकला है। इससे पहले 9 जुलाई को कलेक्टर ने दोबारा से कफ्र्यू भी लगाया था लेकिन उसका असर भी कोरोना रोगियों की बढ़ती तादाद को रोकने में नजर नहीं आया है।
कुछ लोगों का तो यह भी मानना है कि सरकार की ओर से कोविड के नाम पर दिए जा रहे बजट से अपना घर भरने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी लोगों की रिपोर्ट जबरन पॉजिटिव बता रहे हैं। कुल मिला कर कोविड काल में पुख्ता व्यवस्था नहीं किए जाने से बीकानेर में कोरोना का फैलाव हुआ है और लोग प्रशासन की विशेषकर सीएमएचओ की कार्यशैली से नाखुश दिखाई दे रहे हैं।
#Kamal kant sharma/Bhawani joshi www.newsfastweb.com