प्रदेश में नेता बांट रहे कोरोना, कर रहे धारा-144 का उल्लंघन

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Corona distributing leaders in the state, violating Section-144

अजय माकन के रात्रि भोज में शामिल हुए सौ से ज्यादा नेता

फोटो खिंचाने की होड़ में सोशल डिस्टेंसिंग भी भूले नेता

बीकानेर। प्रदेश में पिछले चार दिन कोरोना मरीजों की संख्या 1400 या इससे ज्यादा आ रही है। वहीं प्रतिदिन 13 से 14 लोगों की मौत भी हो रही है। कोरोना को लेकर प्रदेश में हालात काफी चिंताजनक बन गए हैं लेकिन नेताओं पर इसका कोई असर नजर नहीं आ रहा है। लोगों का मानना है कि नेता खुद ही कोरोना बांट रहे हैं।

चाहे कांग्रेस हो या फिर भाजपा दोनों ही पार्टियों के नेता अपनी राजनीति चमकाने के लिए भीड़ एकत्रित कर रहे हैं। कभी कोरोना संक्रमण रोकने को लेकर देश के लिए मॉडल बनी अशोक गहलोत सरकार खुद भी अब कोरोना बांटने में पीछे नहीं है। यह कहा जाने लगा है कि प्रदेश के नेता विशेषकर कांग्रेस सरकार कोरोना बांटने में जुटी है। नेताओं को लग रहा है कि यदि वे घर में बैठे रहेंगे तो उनकी राजनीति कमजोर हो जाएगी। कोरोना महामारी को देखते हुए प्रदेश में धारा-144 लागू है, इसके तहत किसी भी स्थान पर 5 या इससे ज्यादा लोग एकत्रित नहीं हो सकते हैं। लेकिन कांग्रेस और भाजपा दोनों ने ही पिछले चार-पांच दिन में नियमों की धज्जियां उड़ाई है। इसी का परिणाम है कि चार दिन में एक दर्जन नेता कोरोना से संक्रमित भी हुए हैं।

केंद्र सरकार ने सामाजिक समारोह में 100 लोगों के शामिल होने की छूट दी, लेकिन सीएम गहलोत ने महामारी को देखते हुए यह सीमा 50 ही तय कर दी। लेकिन तीन दिन पहले खुद गहलोत ने ही अपने द्वारा बनाए गए नियमों को दरकिनार कर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी अजय माकन के सम्मान में रात्रि भोज दिया, जिसमें 100 से ज्यादा लोग शामिल हुए।

माकन दो दिन तक जयपुर के खासाकोठी होटल में रूके तो उनसे मिलने बड़ी संख्या में मंत्री, विधायक और कांग्रेसी पहुंचे, वहां भीड़ ज्यादा होने पर धक्का-मुक्की भी हुई। 7 सिंतबर को सचिन पायलट के जन्मदिन पर रक्तदान शिविर सहित कई कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी की जा रही है, जिसमे बड़ी संख्या में भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। अब सवाल उठने लगा है कि देश में सबसे पहले लॉकडाउन और रामगंज व भीलवाड़ा मॉडल को लेकर देश में चर्चा में आई गहलोत सरकार खुद कोरोना फैला रही है।

ऐसे फैलाया नेताओं ने कोरोना

जानकारी के मुताबिक चार दिन पहले जेईई और नीट की परीक्षा कराने के खिलाफ कांग्रेस ने जयपुर में धरना दिया। वहां कांग्रेसियों की भीड़ जुटी। फोटो खींचाने की होड़ में नेता सोशल डिस्टेंसिंग की गाइडलाइन भूल गए। इसका नतीजा यह रहा कि धरने में शामिल होने वाले परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, पूर्व महापौर ज्योति खंडेलवाल, कांग्रेस नेता पुष्पेंद्र भारद्वाज सहित कई कांग्रेसी संक्रमित हो गए।

भाजपा ने बिजली पर सरचार्ज लगाने और किसानो की सब्सिडी खत्म करने के विरोध में दो दिन पहले जिलों में धरना दिया तो वहां बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और नेता पहुंचे। नतीजा यह रहा कि जयपुर के धरने में शामिल हुए विधायक अशोक लाहोटी संक्रमित हो गए, अब उनके संपर्क में आने वाले भाजपाई अपना टेस्ट कराने में जुटे हैं।

#Kamal kant sharma/Bhawani joshi www.newsfastweb.com

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