आरएलपी के बड़े नेता उम्मेदाराम बेनीवाल ने थामा ‘हाथ’
कांग्रेस ने चूरू के बाद बाड़मेर में चला मास्टर स्ट्रोक
बीकानेर। लोकसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों ने तैयारियां तेज कर दी हैं। इसी के साथ नेताओं के दल बदलने का सिलसिला भी लगातार जारी है। इस बीच कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव से पहले चूरू के बाद बाड़मेर में मास्टरस्ट्रोक चल दिया है। कांग्रेस पार्टी ने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के साथ गठबंधन की बजाय उम्मीदवार को ही अपने पाले में शामिल कर लिया।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बाड़मेर जाटलैंड के बायतु से राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के टिकट पर दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके उम्मेदाराम बेनीवाल ने आरएलपी के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में कांग्रेस का दामन थाम लिया है। उनके अलावा समाजसेवी व रिटायर्ड आरएएस जस्साराम चौधरी भी कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। विधानसभा चुनाव, 2023 में उम्मेदाराम बेनीवाल कांग्रेस के विधायक हरीश चौधरी से मात्र 910 वोटो से हारे थे। उम्मेदाराम के कांग्रेस के साथ जाने से बाड़मेर जिले के सियासी समीकरण प्रभावित हो सकते हैं। हनुमान बेनीवाल की आरएलपी पार्टी के बाड़मेर में उम्मेदाराम बेनीवाल मुख्य चेहरा थे।
विधानसभा चुनाव हारने के बाद उन्होंने लोकसभा चुनाव लडऩे की तैयारी शुरू कर दी थी। इसी बीच राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की वार्ता चलती रही। आज उम्मेदाराम बेनीवाल आरएलपी की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा दे दिया है। अब कांग्रेस पार्टी उम्मेदाराम बेनीवाल को बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार बना सकती है।
कांग्रेस और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर बाड़मेर के बायतु विधायक हरीश चौधरी सहित कई कांग्रेसी नेता इसका विरोध शुरू कर दिया। कांग्रेस पार्टी ने हालात को देखते हुए यहां मास्टरस्ट्रोक चलते हुए, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के साथ गठबंधन की बजाय आरएलपी के लोकसभा उम्मीदवार को ही कांग्रेस में शामिल कर लिया। बाड़मेर सीट पर कई तरह के पेच फंसे हुए थे, पार्टी ने मंथन करने के बाद यह कदम उठाया है।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com