पर्यवेक्षक टटोलेंगे दावेदारों की ग्राउंड रिपोर्ट, रालोपा प्रमुख हनुमान बेनीवाल और भाजपा नेता नरेन्द्र कुमार के सांसद बनने से खाली हुई सीटें
बीकानेर। मंडावा-खींवसर विधानसभा उपचुनाव पर कांग्रेस ने अपनी नजरें गड़ा दी है। लोकसभा चुनाव में मिली हार का बदला उपचुनाव में लेने के लिए कांग्रेस जी-जान से जुटी है और अभी से ही इसकी तैयारियां शुरू कर दी है।
राजनीति से जुड़े लोगों ने न्यूजफास्ट वेब को बताया कि इसकी एक वजह यह भी है कि अगर सत्तारूढ़ कांग्रेस दोनों ही सीटों पर चुनाव जीतती है तो उसकी संख्या 103 हो जाएगी। इसलिए कांग्रेस उपचुनाव में कोई कसर नहीं छोडऩा चाहती है। यही कारण है कि प्रत्याशी तय करने से पहले पार्टी प्रत्याशियों का चयन अच्छी तरह ठोक-बजाकर करना चाहती है। जानकारों की माने तो कांग्रेस दोनों ही सीटों पर जिताउ उम्मीदवार की तलाश के लिए पर्यवेक्षकों को क्षेत्र में भेजने की चर्चा पार्टी के भीतर चल रही है। newsfastweb.com
बताया जा रहा है कि पर्यवेक्षक दोनों ही क्षेत्रों में जाकर जनता की राय जानने के साथ ही दावेदारों की नब्ज टटोलेंगे और उनकी जमीनी हकीकत की जानकारी लेंगे। जल्द ही पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर उन्हें इन दोनों क्षेत्रों में भेजा जाएगा। इसके अलावा स्थानीय संगठन इकाइयों के प्रमुखों से भी मजबूत दावेदारों के नाम मांगे जाएंगे।
इनके नाम चर्चा में
न्यूजफास्ट वेब को मिली जानकारी के मुताबिक खींवसर विधानसभा क्षेत्र से पूर्व मंत्री हरेन्द्र मिर्धा और पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा का नाम चर्चा में है। मंडावा विधानसभा क्षेत्र में पूर्व विधायक रीटा चौधरी और कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. चन्द्रभान का नाम सबसे आगे चल रहा है।
खींवसर से लगातार तीसरी बार विधायक बने हुनमान बेनीवाल
नागौर लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गए हनुमान बेनीवाल लगातार तीन बार खींवसर विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए थे, लेकिन लोकसभा चुनाव में नागौर से सांसद बनने के बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। बेनीवाल ने कांग्रेस की दिग्गज नेता ज्योति मिर्धा को हराया था। वहीं विधानसभा चुनाव में मंडावा क्षेत्र से विधायक चुने गए नरेन्द्र कुमार लोकसभा चुनाव में झूंझुंनूं सीट से कांग्रेस नेता श्रवण कुमार को हराकर संसद पहुंचे हैं।
Kamal kant sharma newsfastweb.com