किया प्रदर्शन, अधिकारियों का फूंका पुतला
बीकानेर। निजी बिजली कम्पनी का विरोध बढ़ता ही जा रहा है। कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियां कम्पनी के खुलकर विरोध में सामने आ गई है। कांग्रेस अब बिजली कम्पनी के साथ भाजपा को भी घेरने में जुट गई है। भाजपा की सरकार के दौरान बिजली का निजीकरण किया गया था।
कांग्रेस पार्षदों ने आज निजी बिजली कम्पनी बीकेसीएल के पवनपुरी स्थित मुख्य कार्यालय पर नारेबाजी करते हुए अपना विरोध दर्ज कराया और बिजली कम्पनी पर आम लोगों को लूटने के आरोप लगाते हुए कम्पनी के सीओ का पुतला भी फूंका।
पार्षदों का आरोप है कि कम्पनी अपनी मनमर्जी से आम लोगों के घर में स्मार्ट मीटर के नाम पर तेज गति से चलने वाले मीटर जबरन लगा रही है और विजिलेंस के नाम पर लोगों को परेशान कर रही है। पार्षदों ने कहा कि कम्पनी की मनमर्जी के विरोध में पार्षद वार्डवार जनजागरण का अभियान भी शरू करेंगे। सरकार बदलने के बाद भाजपा भी निजी बिजली कम्पनी के विरोध में उतर गई है और कम्पनी की मनमानी का विरोध कर रही है।
वहीं ऊर्जा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला ने निजीकरण के लिए भाजपा सरकार को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि निजी कम्पनी का विरोध कांग्रेस ने पहले भी किया था। लेकिन भाजपा सरकार ने कम्पनी से 20 साल का करार कर दिया। उन्होंने कहा कि कम्पनी यदि सही रूप से काम नहीं करती है तो फिर कम्पनी पर कारवाई की जाएगी। दोनों ही दलों के एक साथ निजी बिजली कम्पनी के विरोध में आने से कम्पनी की मुश्किलें बढ़ गई है। कम्पनी अब अपने बचाव में कई तर्क दे रही है लेकिन जनता के साथ राजनीतिक दलों का विरोध कम्पनी पर भारी पड़ सकता है।
Kamal kant sharma newsfastweb.com