पहले से ही आर्थिक मार झेल रही जनता पर अब ये भी सितम
कौन है जिम्मेदार? कौन समझेगा आमजन का दर्द ?
बीकानेर। शहर के तीन थाना क्षेत्रों में अभी कर्फ्यू नहीं लगा हैे लेकिन सब्जी विक्रेताओं ने सब्जियों के भाव में बढ़ोतरी कर दी है। ऐसे में पहले से ही आर्थिक मार झेल रही जनता पर अब ये सितम और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा ढहाया जा रहा है।
जिला मजिस्ट्रेट ने बुधवार शाम को तीन थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाने की घोषणा क्या कर दी कि सब्जी विक्रेताओं की बांछें खिल गई। सुबह से ही सब्जियों के भावों में दुगनी-तिगुनी बढ़ोतरी कर दी गई। सब्जी विक्रेताओं से जब इस बारे में ग्राहकों ने पूछा तो उनका कहना था कि मण्डी में ही बड़े व्यापारी महंगे भाव में दे रहे हैं तो हम क्या कर सकते हैं। ग्राहकों की मजबूरी थी, इसलिए जो सामथ्र्यवान थे, उन्होंने सब्जी कफ्र्यू को देखते हुए खरीद ली, जो सामथ्र्यवान नहीं थे, वे प्रशासनिक अधिकारियों को और लॉकडाउन की मांग करने वालों को कोसते हुए अपने घरों को लौट गए।
आज बाजार में लौकी 30 रुपए किलो, भिंडी 50 रुपए, बैंगन-40, टमाटर-100, करेला-50, परवल-90, कद्दू-40, शिमला मिर्च-200 और आलू-35 रुपए किलो बेचे गए। जबकि कफ्र्यू की घोषणा से पहले टमाटर-40, आलू-20, टिंडें- 25, बैंगन-20 रुपए, भिंडी- 25, कद्दू-25, लौकी-20 रुपए किलो बेचे जा रहे थे।
कर्फ्यू लगाए जाने से कोरोना रोगियों का आना कम हो या ना हो लेकिन आमजन को आर्थिक मार दे दी गई है। प्रशासनिक अधिकारियों का यह निर्णय एक बार फिर से यह साबित करता है कि नियम, कायदे, कानून, व्यवस्था सब गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों पर ही लागू होते हैं।
#Kamal kant sharma/Bhawani joshi www.newsfastweb.com