कांग्रेस प्रत्याशी मदनगोपाल मेघवाल के समर्थन में राजीव गांधी मार्ग पर हुई सभा।
बीकानेर। राजीव गांधी मार्ग पर आयोजित हुए चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए आज सीएम अशोक गहलोत ने पीएम नरेन्द्र मोदी पर पुराने शब्दों के बाण चलाए। लोकसभा प्रत्याशी मदनगोपाल मेघवाल के समर्थन में आज अपरान्ह आयोजित चुनावी सभा में उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा, ऊर्जा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला, उच्च शिक्षा मंत्री भंवरसिंह भाटी, खाजूवाला विधायक गोविन्दराम मेघवाल सहित कई नेता भी मौजूद रहे।
सभा को संबोधित करते हुए सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि बीकानेर की सबसे बड़ी समस्या कोटगेट रेलवे फाटक है। जब 2003 में वसुंधरा राजे की सरकार थी तब इस समस्या को ठंडे बस्ते में डाल दिया।
मोदीजी कहते है कि कांग्रेस ने 70 साल में क्या किया यह कहकर वे देश के श्रमिक, व्यापारी की बेइज्जती कर रहे हैं। आज आधुनिक मोबाइल क्रांति, बिजली राजीव गांधी की देन है। नोटबन्दी से देश की हालत खराब है। कुछ व्यापार को छोड़ दें तो अन्य व्यापार खत्म हो गया। मोदीजी आजकल सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स की छापेमारी करवा रहे हैं। मेक इन इंडिया, स्मार्ट सिटी सब ठंडे बस्ते में चले गए हैं। इन पर मोदीजी बात नही करते हैं। मोदीजी सिर्फ जुमले फैंकते हैं और विदेश यात्रा करते हैं। जब राजीव गांधी और इंद्रा गांधी विदेश यात्रा पर जाते तो थे तब वहां के राष्ट्रपति छाता लेकर गाड़ी तक छोडऩे आते थे। मोदीजी सिर्फ गले मिलते हैं।
आज सेना के पराक्रम पर पूरे देश को गर्व है। कांग्रेस भी सेना के पराक्रम पर गर्व करती है मगर मोदीजी ही सेना के पराक्रम को राजनीति उपयोग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नोटबन्दी के बाद 2 साल बाद तक आरबीआई हिसाब नहीं बता पाई है। लोगों को रूपए बांटे जा रहे हैं। येन केन प्रकरेण प्रत्याशी जीते मगर माहौल कांग्रेस के पक्ष में हो रहा है।
सीएम ने कहा कि भाजपा अपने नेताओं की भी नहीं है। पार्टी के चार मंत्री संकट में हैं। उन्होंने नागौर, पाली, जोधपुर और बीकानेर से भाजपा के पहले जीते प्रत्याशियों का हवाला दिया।
सचिन पायलट ने संबोधित करते हुए कहा कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी अली-बली की बात करते हैं, लोगो को लड़वाने का कार्य करते हंै। गाय के नाम पर, कभी दलितों के नाम पर लोगों को लड़वाते हैं।
सीएम के चलते भाषण में से जाने लगे लोग
इस चुनावी सभा में सीएम अशोक गहलोत के भाषण के कुछ देर बाद ही वहां मौजूद लोग जाने लगे। कुछ ही पलों में काफी सारे लोग सभा छोड़ कर निकल गए। जबकि सीएम गहलोत अपना भाषण देते रहे। जब पांडाल खाली होने लगा तो सीएम ने अपना भाषण खत्म किया।