माध्यमिक शिक्षा निदेशक नथमल डिडेल ने भी देखे लिटिल सांइटिस्ट्स के प्रोजेक्ट।
बीकानेर। राजकीय महारानी बालिका स्कूल में दो दिवसीय राज्य स्तरीय इंस्पायर अवार्ड प्रदर्शनी के माध्यम से प्रदेश भर से आये बाल वैज्ञानिको ने अपने नवाचारो से सभी को चकित कर दिया। इस राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में मंडल स्तरीय पर चयनित विभिन्न जिलों से 58 संभागी बीकानेर पहुंचे हैं।
जानकारी के मुताबिक इस प्रदर्शनी में कक्षा 6 से 10वीं तक 58 बाल वैज्ञानिकों ने मॉडल प्रदर्शित किए हैं। माध्यमिक शिक्षा निदेशक नथमल डिडेल ने भी आज इस प्रदर्शनी में आए बाल वैज्ञानिकों के मॉड्लस को देखा।
उन्होंने कहा की युवा स्टूडेंट्स के आइडिया आधारित विज्ञान के नवाचारों को केन्द्र सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय की और प्रोत्साहित किया जाता है। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में चयनित बेस्ट छह स्टूडेंट्स के नवाचारों का राष्ट्रीय स्तर के लिए चयन होगा। नेशनल लेवल पर चयनित मॉडल का प्रदर्शन 14-15 फरवरी को आईआईटी दिल्ली में होने वाली प्रतियोगिता में होगा।
वैसे तो इस प्रदर्शनी में कई मॉडल अपने आप में विशेष है लेकिन राजसमन्द के टैलेंट पब्लिक स्कूल के कक्षा 6 के छात्र सुफियान मेव के मक्की के डीन्डू से बना वाटर फिल्टर विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। छात्र ने बताया की इस वाटर फिल्टर से किसानों को शुद्ध पानी मिल सकता है और मक्की का दाना निकलने के बाद खाली हुए डीन्डू का उपयोग भी हो जाता है। छात्र का मानना है कि इस कम लागत के वाटर फिल्टर से सभी को शुद्ध पानी मिलेगा और जिन क्षेत्रो में गंदा पानी पीने से लोग बीमार हो रहे हैं, उससे भी निजात मिल सकेगी।
वहीं उदयपुर में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय वारनी के 9वीं कक्षा के छात्र राहुल सिंह ने बिना बिजली से चलने वाली वॉशिंग मशीन का मॉडल बनाया है। जिसमें प्लास्टिक ड्रम, नोजल और साइकिल का उपयोग किया गया है। ड्रम में जालीयुक्त बेलनाकार का पात्र है कपड़े डालेंगे और साइकिल से 8-10 मिनट तक पैडल घुमाने से कपड़ों की धुलाई के साथ शारीरिक व्यायाम भी हो जाता है।
बाल वैज्ञानिकों के नवाचारों का मूल्यांकन राष्ट्रीय नवप्रवर्तन प्रतिष्ठान (एनएएफ) के वैज्ञानिक ने बेस्ट छह स्टूडेंट्स का चयन किया। प्रदर्शनी में चाहे बिजली चोरी को रोकने, ड्राइवर को नींद से जगाने वाला चश्मा हो या प्रदुषण रोकने का मॉडल सही अपने अपने आप में विशेष थे।