प्रशासन से आश्वासन मिलने के बाद उठाए शव
बीकानेर। शहर के गजनेर चुंगी नाके पर बुधवार की रात खुशियों की बारात को मातम में बदलने वाले दर्दनाक हादसे के बाद आज सुबह परिजनों ने पीबीएम अस्पताल परिसर में मोर्चरी के बाहर धरना लगा दिया। आक्रोशित लोगों ने मृतकों के शव नहीं उठाए। बाद में प्रशासन से आश्वासन मिलने के बाद मोर्चरी से शव उठाए गए और उनका अंतिम संस्कार किया गया।
न्यूजफास्ट वेब को मिली जानकारी के अनुसार इस हादसे में काल का ग्रास बनी किशोरी सोनू सांसी और पूनम नायक क परिजनों ने मोर्चरी के आगे धरना लगा दिया और शव नहीं उठाने से इनकार कर दिया। करीब छह घंटे तक चले इस धरने पर प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे और उचित कार्रवाई करने का आश्वासन मृतकों के परिजनों को दिया। तब कहीं जाकर आक्रोशित लोगों ने धरना खत्म किया और दोनों शव वहां से उठाए।
मिली जानकारी के अनुसार मृतकों के परिजनों ने आश्रितों को पर्याप्त मुआवजा दिया जाए, चूंगी नाके पर ओवरलोड वाहनों की नो एन्ट्री करने, इस हादसे को अंजाम देने वाले ट्रेक्टर चालक को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग प्रशासन के सामनेे रखी थी।
गौरतलब है कि जैसलमेर राजमार्ग पर और करमीसर तिराहे के आस-पास सुबह से रात तक भवन निर्माण सामग्री से भरे ट्रक, टे्रेलर और ट्रेक्टर खड़े रहते हैं। यहां से ये वाहन शहर में आबादी के बीच जाकर माल पहुंचाते हैं। हैरानी की बात तो यह है कि ट्रेक्टर-ट्रॉली को कृषि उपकरण माना जाता है, इसी वजह से इस पर कर नहीं लगता है। लेकिन यहां ट्रेक्टर ट्रॉली का व्यवसायिक उपयोग किया जा रहा है। इसके बावजूद परिवहन विभाग और पुलिस इनकी धरपकड़ नहीं करते हैं।
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