कांग्रेस सरकार में प्रभाव वाले आईएएस अफसर हुए सक्रिय, एक दर्जन से ज्यादा आईएएस-आरएएस अधिकारियों में बंधी तबादले की उम्मीदें।
बीकानेर। प्रदेश में कांग्रेस के नेता जिस तरह तीन दिनों से मुख्यमंत्री के नाम के एलान का इंतजार कर रहे हैं, उसी तरह नौकरशाही मेें भी नए बॉस को लेकर बैचेनी बढ़ गई है।
पिछले दो दिनों में सचिवालय में तैनात नौकरशाह नए सीएम से मुलाकात की जुगत लगाने में जुट गए हैं, लेकिन दो दिनों में उन्हें निराशा ही हाथ लगी है।
कांग्रेस सरकार में प्रभावशाली पदों पर रहने वाले और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी अफसरों की सक्रियता बढ़ गई है। इन अधिकारियों के कमरों में आईएएस अफसरों का आना-जाना बढ़ गया है और मंत्रणाओं का दौर जारी है।
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार सचिवालय में तैनात एक दर्जन से ज्यादा अधिकारी प्रभावशाली अधिकारियों की मदद से अब अच्छी पोस्टिंग लेने के लिए जोड़तोड़ में जुट गए हैं।
पांच वर्षों से एक ही पद पर तैनात
दूसरी ओर एक दर्जन से ज्यादा आईएएस और आरएएस अफसर ऐसे भी हैं, जो मौजूदा विभागों से अपने तबादलों का इंतजार कर रहे हैं। शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव नरेशपाल गंगवार, आईटी विभाग के प्रमुख सचिव अखिल अरोड़ा, वाणिज्यिक कर आयुक्त आलोक गुप्ता, नेशनल हैल्थ मिशन के एमडी नवीन जैन सहित एक दर्जन से ज्यादा आईएएस अफसर ऐसे हैं, जो पांच साल से एक ही पद पर तैनात हैं।
वहीं दर्जन भर आरएएस अफसर भी ऐसे हैं जो पिछले पांच वर्ष से एक ही पद पर तैनात हैं और अब तबादले के इंतजार में हैं।
फाइलों ने भी पकड़ी गति
प्रदेश में चुनाव आचार संहिता हटने के साथ ही विभागों में फाइलों ने अब गति पकड़ ली है। नीतिगत मामलों की फाइलें अधिकारियों की टेबलों पर पहुंचने लगी हैं, लेकिन अधिकारी भी अब नए सीएम और नए मंत्रीमण्डल के गठन का इंतजार कर रहे हैं ताकि संबंधित फाइलें मंत्री को भेजकर निर्णय करवाया जा सके।