अंग्रेजों ने रियासत काल में बिछाई थी लाइन, अब सैटेलाइट की मदद से तलाशा गया
होगा देश का पहला बुलेट ट्रेन ट्रायल ट्रैक, 60 किलोमीटर के इस ट्रायल ट्रैक में 125 अंडर और ओवरब्रिज
बीकानेर। देश का पहला करीब 819.90 करोड़ की लागत से बुलेट ट्रेन ट्रायल ट्रैक डीडवाना जिले के नावां और मिठड़ी में बनने जा रहा है। यहां नमक की क्यारियों के बीच में करीब 60 किलोमीटर लंबा ट्रैक बन रहा है। जिसका सितंबर माह तक काम पूरा हो जायेगा।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बुलेट ट्रेन ट्रायल के लिए चार स्टेशन बनाए गए हैं। गुढ़ा, जाबडी नगर, नावां और मिठड़ी। इनमें नावां सिटी को मुख्य स्टेशन रखा है। वहीं इस पूरे ट्रैक में तकरीबन 125 अंडर और ओवरब्रिज बनाए गए हैं। यह बुलेट ट्रेन ट्रायल देश का पहला ट्रायल ट्रैक बना है। करीब 60 किलोमीटर लंबा ये रेलवे ट्रैक सांभर झील के बीच निकाला गया है। यह वही ट्रैक है जहां अंग्रेजों ने रियासत काल में जयपुर से जोधपुर तक लाइन बिछाई थी, लेकिन इस लाइन को काम में नहीं लेने पर और 50 साल पुरानी होने के कारण ये पूरी तरह से मिट्टी में दब गई थी। जिसको रेलवे ने सेटेलाइट की मदद से ढूंढा गया और यहां नया नेटवर्क तैयार किया जा रहा है।
प्रदेश की सांभर झील के बीच में बनने जा रहा ये बुलेट ट्रेन ट्रायल ट्रैक देश का पहला ट्रायल ट्रैक होगा। इस ट्रैक पर कई घुमावदार मोड़ है। जिसमें ट्रेन बिना स्पीड को कम किए भी गुजर सकेगी। जिसको लेकर ट्रायल किया जायेगा। भारत में बनने वाले रेलवे के इंजन, ट्रेनों और कोच की रैंक के ट्रायल के लिए रेलवे के पास कोई डेडिकेटिड लाइन नहीं थी। सभी लाइनों पर काफी ट्रैफिक रहता है। अब इस ट्रैक पर बुलेट ट्रेन ही नहीं बल्कि मेट्रो ट्रेन, सेमी हाई स्पीड ट्रेन और हाइस्पीड की ट्रेनों के भी ट्रायल यहां हो सकेंगे।
डीडवाना जिले के नावां-मिठड़ी में बुलेट ट्रेन के स्टेशन बनने के बाद यहां के स्थानीय व आसपास के लोगों को फायदा होगा। पर्यटन की दृष्टि से भी क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा और लोगों को रोजगार के साथ ही रेल में यात्रा करने का भी फायदा मिल सकेगा।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com