टोंक से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रदेश में फूंका चुनावी बिगुल।
टोंक। लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले बीजेपी ने चुनावी बिगुल फूंक दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश में अपनी पहली चुनावी रैली में टोंक में आज एक जनसभा को संबोधित किया। टोंक-सवाई माधोपुर संसदीय क्षेत्र के 8 विधानसभा क्षेत्रों से आए लोगों को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने इस चुनाव से पहले पार्टी का नया नारा भी दे दिया। मंच से बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कई बार कहा कि ‘मोदी है तो मुमकिन है’।
रैली के दौरान उन्होंने अलग-अलग योजनाओं के नाम और उनके तहत हुए काम गिनाते हुए 8 बार इस नारे का जिक्र किया। मोदी के भाषण के बीच ही प्रधानमंत्री का यह नारा लोगों की जुबान पर चढ़ता हुआ भी दिखाई दिया, जब योजनाओं का जिक्र करने पर लोग उनके साथ इस नारे को दोहराते हुए कहने लगे कि ‘मोदी है तो मुमकिन है’।
पुलवामा की घटना का मिला जवाब
तकरीबन 39 मिनट के भाषण में प्रधानमंत्री ने पुलवामा हमले पर भी बात की। उन्होंने कहा कि हमले के 100 घंटे के भीतर मास्टरमाइंड आतंकियों को वहां पहुंचा दिया गया जहां उनकी ठीक जगह थी। प्रधानमंत्री ने कहा, इंसानियत के दुश्मनों का हिसाब चुन-चुन कर होना चाहिए। दुनिया भर में इनका दाना-पानी बंद होना चाहिए और आपका प्रधान सेवक इन दिनों इसी काम में जुटा हुआ है। मोदीने कहा कि अब आतंक की फैक्ट्री बंद करने का जिम्मा मेरे नाम है। प्रधानमंत्री ने पुलवामा के शहीदों को नमन करते हुए कहा कि आज पूरा विश्व भारत के लोगों के साथ है। मोदी ने शहीदों को जन्म देने वाली माताओं को भी नमन किया।
कश्मीरी हैं आतंकियों से पीडि़त और परेशान
मोदी ने देश के गुनाहगारों को सजा देने की बात करने के साथ ही कश्मीर से देश के दूसरे हिस्सों में पढ़ाई करने वाले छात्रों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कश्मीरी लोग भी आतंकियों से परेशान और प्रताडि़त है। मोदीने कहा कि कश्मीरी बच्चे हमारे अपने हैं और उनकी सुरक्षा पर किसी तरह की आंच नहीं आनी चाहिए। मोदीने अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले लोगों की सेवा का जिक्र करते हुए कहा कि कश्मीरी मुसलमान ही इन लोगों की सेवा किया करते हैं।
देश की लड़ाई है आतंक के खिलाफ
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया पर तंज कसते हुए कहा कि ऐसे लगता है कि पुलवामा हमले के बाद सोशल मीडिया पर वीर रस की बाढ़ आई हुई है, लेकिन साथ ही उन्होंने लोगों को साफ कर दिया कि उनकी और देश की लड़ाई आतंक के खिलाफ है। मोदी ने कहा कि यह लड़ाई कश्मीर के लिए है कश्मीरियों के खिलाफ नहीं।