पुलिस अधीक्षक को सौंपा ज्ञापन
बीकानेर। नगर निगम अधिकारियों व महापौर के बीच विवाद को लेकर भाजपा-कांग्रेस के पार्षद आज लामबंद हो गए। महापौर और सभी पार्षदों ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर निगम उपायुक्त के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
न्यूजफास्ट वेब को मिली जानकारी के अनुसार नंदी गोशाला को लेकर गरमाए माहौल के बीच आज महापौर सुशीलाकंवर राजपुरोहित ने भाजपा और कांग्रेस पार्षदों के साथ एसपी और एडीएम से मिलकर निगम उपायुक्त जगहमोहन हर्ष पर कार्रवाई की मांग रखी। महापौर ने कहा हमारे द्वारा भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग के बाद से निगम अधिकारी उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रहे हैं, जिससे जनता से जुड़े जनप्रतिनिधियों के काम नहीं हो रहे हंै। नगर निगम आयुक्त व उपायुक्त दोनों बदतमीजी से बात करते हैं। अधिकारी जनप्रतिनिधियों के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज करवाकर निगम का काम बाधित करना चाहते हैं, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
दरअसल, बुधवार देर रात को निगम कार्यवाहक उपायुक्त जगमोहन हर्ष ने महापौर पति विक्रम सिंह और दो कांग्रेस पार्षदों के खिलाफ सदर पुलिस थाने में मारपीट व गाली-गलौच करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करवाया था। इसी के विरोध में आज महापौर के साथ भाजपा और कांग्रेस पार्षद जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और नारेबाजी करते हुए उपायुक्त पर कार्रवाई करने की मांग रखी।
गौरतलब है कि गहलोत सरकार में प्रशासनिक अधिकारियों के निरंकुश होने के आरोप शुरू से ही लगते रहे हैं। कुछ महीनों पहले गहलोत सरकार के मंत्रियों ने भी प्रशासनिक अधिकारियों पर सुनवाई नहीं करने और अपनी मनमर्जी करने के आरोप लगाए थे। बीकानेर में अभी तक ऐसा नहीं था, लेकिन नंदी गोशाला को लेकर प्रशासनिक अधिकारी जनप्रतिनिधियों पर हावी होते दिखाई दे रहे हैं। जिसे देखकर शहर के लोगों में चर्चा की जा रही है कि प्रदेश में लोकतंत्र नहीं बल्कि अफसरशाही कायम है।
Kamal kant sharma and Bhawani joshi newsfastweb.com