बीकानेर बन रहा ‘उड़ता पंजाब’, पढ़ें पूरी खबर…

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Bikaner is becoming 'Udta Punjab'

गली-मोहल्लों और चौक-चौराहों पर सरेआम बिक रहे मादक पदार्थ

किशोर भी हो रहे हैं बुरी लत का शिकार, जिले में बढ़ रहे एनडीपीएस एक्ट के प्रकरण

बीकानेर। कभी धर्मनगरी के रूप में पहचान रखने वाला बीकानेर शहर इन दिनों ‘उड़ता पंजाब’ बनता नजर आ रहा है। शहर के गली-मोहल्लों और चौक-चौराहों पर सरेआम नशीले पदार्थों का काला कारोबार किया जा रहा है। हैरत की बात तो यह है कि सब कुछ जानने के बाद भी पुलिस की कार्रवाई नाकाफी साबित हो रही है।


जानकारी के मुताबिक इन दिनों शहर में नशीले पदार्थों का कारोबार परवान पर है। शहर के बहुत से क्षेत्रों की गलियों में सरेआम गांजा, एमएमडी, अफीम आदि की खरीद-फरोख्त की जा रही है। पिछले कुछ वर्षों के आंकड़ें देखें जाएं तो एनडीपीएस एक्ट के प्रकरण साल दर साल बढ़ते नजर आएंगे। सबसे ज्यादा चिंता की बात तो यह है कि इस काले कारोबार में युवा वर्ग के साथ अब किशोर भी जुड़ रहे हैं और नशे की बुरी लतों में पड़ रहे हैं।

शहर के भुट्टों का बास, हनुमान हत्था क्षेत्र, भगवानपुरा, चौधरी कॉलोनी, गंगाशहर, रामदेव नगर, सूर्य कॉलोनी, मुरलीधर व्यास कॉलोनी, बंगला नगर, रामपुरा, इन्द्रा कॉलोनी, सुभाषपुरा, पुलिस लाइन चौराहा, सर्वोदया बस्ती, प्रताप बस्ती, शिवा बस्ती, एमपी कॉलोनी, जेएनवी कॉलोनी, शिवबाड़ी क्षेत्र, पवनपुरी सहित ऐसे बहुत से इलाकों में गली-मोहल्लों में लगे ठेलों पर नशीले पदार्थ बेचे जा रहे हैं। कई क्षेत्रों में चाय और पान मसाला के खोखों पर भी एमएमडी, गांजा-जोइंट, अफीम, डोडा पोस्त जैसे नशीले पदार्थ बेचे जा रहे हैं।

किशोरों की लिप्तता है चिंता की बात

गली-मोहल्लोंं में गांजा, एमएमडी, अफीम, डोडा पोस्त आदि की खरीद-फरोख्त में किशोरों की लिप्तता बड़े पैमाने पर देखी जा रही है। किशोर पैसा कमाने के लालच में इस कारोबार से जुड़ते जा रहे हैं और धीरे-धीरे इनकी लत पाल रहे हैं। बड़े पैमाने पर किशोरों की इस लिप्तता समाज के लिए गंभीर चिंता का विषय है।

पुलिस बरते सख्ती तो लग सकता है अंकुश


नशे के कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस को सख्ती बरतनी होगी। जागरूक लोगों के अनुसार पुलिस को अपने मुखबिर तंत्र को मजबूत करना चाहिए। साथ ही गली-मोहल्लों में बाइक के जरिए प्रभावी गश्त की व्यवस्था करनी चाहिए। प्रत्येक मोहल्ले में पुलिस फ्रेंडली लोगों से समन्वय बनाना चाहिए। हेल्पलाइन नंबर जारी कर लोगों को प्रोत्साहित करना चाहिए कि वे उस नंबर पर नशीले पदार्थों की खरीद-फरोख्त की जानकारी देंवे, साथ ही जानकारी देने वाले लोगों के नाम गोपनीय रखे जाने का सशक्त आश्वासन दिया जाना चाहिए।

#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com

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