सरकार ने लाभार्थी मानकर जयपुर तो बुला लिया लेकिन सुविधा जरा भी नहीं दी।
बीकानेर/जयपुर। संवाद के बहाने प्रदेश की सरकार पुलिसकर्मियों से सौतेला व्यवहार कर रही है। सरकार ने कांस्टेबल से हैड कांस्टेबल बनाकर पुलिसकर्मियों को लाभार्थियों की श्रेणी में तो ले लिया लेकिन शिक्षकों को दी गई सुविधाएं जैसी राहत पुलिसकर्मियों को नहीं दी जा रही।
यहां तक की पुलिसकर्मी खुद के साथ अपने दो परिजनों का किराया तक अपनी जेब से भुगतेंगे। जिसको लेकर पुलिसकर्मियों में जबर्दस्त रोष व्याप्त है। पुलिसकर्मियों का कहना है कि आखिर हमारे साथ सौतेला व्यवहार क्यों हो रहा है।
कुछ दिन पहले शिक्षकों को अमरूदों के बाग में बुलाकर जनसंवाद किया था। शिक्षकों को लाने जे ले जाने का पूरा खर्चा, उसके अलावा तीन दिन की छुट्टी, 1700 रुपए नकद, तीन फीत कर्मचारियों को मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया लेकिन हाल ही कांस्टेबल से हैडकांस्टेबल बने छह सौ पुलिसकर्मी प्रदेश भर के कोने-कोने से जयपुर स्थित पुलिस अकादमी में पहुंचेंगे और 19 सितम्बर को इनसे मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सीधे संवाद करेंगी।
एक-एक पुलिसकर्मी के साथ दो-दो परिजनों को लाना जरूरी है। इसको लेकर बाकायदा पुलिस विभाग ने एक आदेश तक जारी करके सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को भेज दिया है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि दूरदराज से आने वाले पुलिसकर्मी अपने खर्च से ही अपने परिजनों को साथ लेकर जयपुर पहुंचेंगे, उनको ना तो यहां से रवाना होने के बाद कोई छुट्टी मिलेगी, ना ही वेतन भत्ते। सिर्फ खाने के पैकेट ही मिलेंगे। इसको लेकर पुलिसकर्मियों में जबर्दस्त रोष व्याप्त है।
पुलिस मुख्यालय ने निकाला ये आदेश
जानकारी के मुताबिक पुलिस मुख्यालय की ओर से इस बारे में एक आदेश जारी किया गया है जिसमें सभी को रोडवेज बसों, सरकारी बसों से लाना है। परिजनों का किराया स्वयं का लगेगा। कार्यक्रम में शामिल होने वाले सभी पदोन्नत हैड कांस्टेबल व उनके परिजनों के खाने-पानी की व्यवस्था नि:शुल्क की गई है।
जयपुर कमिश्नरेट पुलिस द्वारा ठहरने के स्थान की सूचना सभी जिलों में मेल द्वारा अलग से कर दी जाएगी। फीत सभी को स्वयं साथ में लानी है। कमीज पर फीत चिपकाने के लिए वेल्क्रो लगाना है।
चिट बटन वाली फीत लगाने में समय लगता है। फीत परिजनों द्वारा लगाई जाएगी तथा जिनके परिजन नहीं आए हैं उनकी फीत संबंधित जिले से आए हुए अधिकारी लगाएंगे। बाल कटिंग, जूते पॉलिस, वर्दी पूरी तरह तैयार होने चाहिए। मुख्य समारोह में जनरल सेल्यूट के समय सभी को बैठे-बैठे सावधान होना है।
सभी पदोन्नत हैड कांस्टेबल व उनके परिजनों की बैठने की व्यवस्था नीचे कारपेट पर की गई है। पदोन्नति पाने वालों में महिला कर्मचारी है तो साथ में आने वाले स्टाफ में महिला अधिकारी-कर्मचारी को भी लाना है। बसों की ग्राउंड के पास ही पार्किंग की गई है। उनके साथ आने वाले ड्राइवरों के विश्राम, खाने व पानी की भी व्यवस्था उसी स्थान पर की गई है। कार्यक्रम में बैठने से पहले शौच-टॉयलेट आदि से निवृत हो लें।
कार्यक्रम के बीच में ना उठें। सभी को पानी की बोतलें वितरित की जाएंगी। पानी पीकर बोतल को अपने पास ही रखें। नहीं तो वह मैदान में इधर-उधर उड़ती रहेंगी। कार्यक्रम समाप्त हो जाने व मुख्य अतिथि के चले जाने के बाद सभी अपने स्थान पर पुन: बैठ जाएंगे। यहीं पर उन्हें खाने के पैकेट वितरित किए जाएंगे।