बीछवाल थाना पुलिस जुटी जांच में
केन्द्रीय बस स्टेंड के सामने स्थित दुकान का है प्रकरण
बीकानेर। केंद्रीय बस स्टेंड के सामने स्थित मिठाई की दुकान को फर्जी व कूटरचित दस्तावेज तैयार कर हड़पने का मामला बीछवाल पुलिस थाना में दर्ज हुआ है। दुकान संचालक परमेंद्र अग्रवाल की ओर से इस बारे में जरिए इस्तगासा रिपोर्ट दी गई है।
दुकान संचालक परमेंद्र अग्रवाल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि आरोपी रामकृष्ण आश्रम के पास, करणी नगर निवासी इन्द्रसिंह ने अपने भांजे विक्रमसिंह पुत्र जेतसिंह के पक्ष में 10 रुपये के स्टाम्प पर किरायानामा निष्पादित करवाया, जो कि फर्जी है। इसपर दो स्थान पर प्रार्थी के पिता स्व. श्यामलाल के हस्ताक्षर किये गये हैं व उन हस्ताक्षरों के नीचे कोष्टक में प्रार्थी के पिता स्व. श्यामलाल का नाम हिन्दी में लिखा गया है। परिवादी का कहना है कि यह हस्ताक्षर उसके पिता के नहीं हैं, क्योंकि प्रार्थी के पिता श्यामलाल ने अपने जीवनकाल में इंद्रसिंह और विक्रमसिंह के पक्ष में कोई किरायानामा निष्पादित नहीं किया था। इन्द्रसिंह द्वारा प्रस्तुत तथाकथित किरायानामा पर जो प्रार्थी के पिता के हस्ताक्षर है वह फर्जी व कूटरचित है।
इस्तगासे में कहा गया है कि इन्द्रसिंह पुत्र सुगनसिंह निवासी पारेवड़ा सुजानगढ़, विक्रम सिंह, शिवसिंह ने आपस में षडयंत्र कर छलपूर्वक प्रार्थी के पिता के नाम की किरायेशुदा दुकान को छलपूर्वक हड़प करने की गर्ज से एक फर्जी व कूटरचित किरायानामा तैयार किया व उस किरायानामा पर प्रार्थी के पिता श्यामलाल के फर्जी व कुटरचित हस्ताक्षर किये व इन कुटरचित हस्ताक्षरों के आधार पर इस किरायानामा को सही के रूप में प्रयोग किया गया तथा प्रार्थी की किरायेशुदा दुकान पर जबरदस्ती कब्जा कर उस पर अपना अधिकार साबित करने की आपराधिक मंशा से इस कुटरचित दस्तावेज को पुलिस के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
साथ ही परमेंद्र का यह भी कहना है कि विक्रमसिंह द्वारा कभी भी प्रार्थी के पिता को कोई किराया अदा नहीं किया गया, ना ही प्रार्थी के पिता इस तथाकथित दुकान के कभी मालिक रहे हैं। प्रार्थी के पिता के जीवनकाल में प्रार्थी के पिता की हैसियत इस दुकान में किरायेदार की थी व उनकी मृत्यु के पश्चात् इस दुकान में प्रार्थी किरायेदार की हैसियत से काबिज है। बीछवाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com