विधानसभा चुनाव : टिकट के लिए तिकड़म शुरू

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करीब चार साल बाद जनता की फिर आने लगी याद

धरने-प्रदर्शन, सामाजिक आयोजनों में बढ़ी दावेदारों की सक्रियता

बीकानेर। प्रदेश के विधानसभा चुनाव होने में अभी कुछ महीने शेष हैं लेकिन दावेदारों ने इस चुनाव में टिकट हासिल करने के लिए अपनी-अपनी तिकड़म लड़ानी शुरू कर दी है। बीकाने पूर्व और पश्चिम विधानसभा चुनाव क्षेत्र हासिल करने की जुगत में जुटे कई दावेदार तो धरने-प्रदर्शन में नेतृत्व, सामाजिक आयोजनों में अतिथि बने नजर आने लगे हैं।


गौरतलब है कि हर बार चुनाव से पहले इस तरह की गतिविधियां शुरू हो जाती हैं लेकिन इस बार दावेदारों की गतिविधियां कुछ अलग की दिखाई दे रही हैं। बीकानेर पूर्व, कोलायत और लूणकरनसर विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनने की चाह रखने वाले कुछ दावेदारों ने दीपावली से ही सोशल मीडिया पर अपनी सक्रियता बढ़ा दी और हर मौके या बिना मौके ही पोस्ट करना शुरू कर दिया। इसी प्रकार कुछ दावेदारों ने अपनी बेहतरीन फोटो लगे पोस्टर व होर्डिंग्स सड़कों किनारे लगवा कर आमजन के सामने अपनी राजनीतिक मंशा जाहिर कर दी।

वहीं बीकानेर पश्चिम, कोलायत, नोखा, खाजूवाला से प्रत्याशी बनने की चाह रखने वालों ने तो किसी ना किसी मुद्दे को लेकर धरने-प्रदर्शन करने शुरू कर दिए, जिससे ना केवल उनका लोगों से जुड़ाव बढ़े बल्कि मीडिया में भी उनकी तस्वीरें आती रहें। बहुत से दावेदारों ने सामाजिक आयोजनों में अपनी सक्रियता बढ़ा दी, जिससे वे भी मीडिया में छाए रहें। कुल मिला कर दावेदार टिकट पाने के लिए कोई भी कसर नहीं छोडऩा चाह रहे हैं। हालांकि प्रत्याशी बनाने की प्रक्रिया राजनीतिक दलों ने अभी शुरू नहीं की है और इसमें कुछ महीने शेष भी हैं लेकिन दावेदारों ने राजनीतिक महत्वकांक्षा के चलते अपनी सक्रियता जरूर बढ़ा दी है।


राजनीति में रूचि रखने वाले लोगों के अनुसार अभी जो दावेदारी जता रहे हैं, उनमें से बहुत से ऐसे हैं जिनका ना तो संगठन में कोई मजबूत आधार है और ना ही उनका जनता में कोई विशेष आधार है। सिर्फ राजनीतिक महत्वकांक्षा के चलते वे अपनी दावेदारी जताने में लगे हैं। इन्हीं में से कुछ दावेदार सिर्फ और सिर्फ धनबल के आधार पर दावेदारी जताने में जुटे हैं। विशेषज्ञों का तो यहां तक कहना है कि अगर कोई राजनीतिक दल इन्हें अपना प्रत्याशी बना भी दे तो भी ये अपनी जीत सुनिश्चित नहीं कर सकेंगे, क्योंकि जनता की पीड़ा को समझने के लिए ये कभी जनता के बीच गए ही नहीं है। अब देखने वाली बात यह होगी कि सक्रिय होने वाले इन दावेदारों की तिकड़म कितनी कामयाब रहती है।

#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com

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