सप्त शक्ति कमान के सीमावर्ती क्षेत्र हैं राजस्थान और पंजाब
किसी भी खतरे को विफल करने के लिए सप्त शक्ति कमान की उच्च तैयारियों की सराहना की
बीकानेर। थल सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे ने राजस्थान और पंजाब में सप्त शक्ति कमान के सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा किया। वे दो दिन सीमावर्ती क्षेत्रों के दौरे पर रहे। थल सेनाध्यक्ष के साथ दक्षिण पश्चिमी कमान के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल आलोक क्लेर ने भी फार्मेशन्स का दौरा किया और लॉजिस्टिक पहलुओं सहित उनकी युद्ध की तैयारी की समीक्षा की।
पीआरओ डिफेन्स राजस्थान कर्नल संवित घोष के अनुसार थल सेनाध्यक्ष ने सैनिकों के साथ बातचीत की और उनके उच्च मनोबल और प्रेरणा के लिए उनकी सराहना की। उन्होंने किसी भी खतरे को विफल करने के लिए सप्त शक्ति कमान की उच्च तैयारियों की सराहना की, जो कि विशेष रूप से पश्चिमी मोर्चे पर विरोधी ताकतें खड़ी कर सकती हैं। उन्होंने कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में फार्मेशन्स के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने महामारी के कारण चल रही चुनौतियों से पार पाते हुए राष्ट्र निर्माण और नागरिकों की आकांक्षाओं को पूरा करने में सेना की सकारात्मक भूमिका पर भी जोर दिया।
अधिकारियों को संबोधित करते हुए सेना प्रमुख ने घोषणा की कि आईबीजी (एकीकृत युद्ध समूह) जल्द ही संचालित हो जाएंगे। उन्होंने कोविड-19 के कारण आर्थिक बाधाओं के मद्देनजर रक्षा बजट के तहत आवंटित राशि के अनुकूलन की सलाह देते हुए कहा कि राशि का उपयोग विवेकपूर्ण तरीके से युद्ध सम्बन्धी आवश्यकताओं को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए किया जाना चाहिए। यात्रा के दौरान उन्होंने उत्कृष्ट कार्यों को जारी रखने और प्रभावी ढंग से उभरती चुनौतियों का सामना करने के लिए बल संरक्षण सुनिश्चित करते हुए युद्ध तत्परता के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए सभी रैंकों के जवानों को प्रोत्साहित किया।
Kamal kant sharma and Bhawani joshi newsfastweb.com