भाटों के बास में पिछले दिनों हुई थी घटना
धारदार हथियारों का सरेआम हुआ था उपयोग
बीकानेर। भाटों के बास मेें हुई मारपीट के मामले में पीडि़त पक्ष ने पुलिस पर आरोपियों के साथ मिलीभगत के आरोप लगाए हैं। पीडि़त पक्ष की ओर से आज आइजी से फरियाद कर इस मामले में निष्पक्ष जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई है।
आइजी के सामने पेश किए गए परिवाद मेें पीडि़त श्रवणराम पुत्र देवाराम की ओर से कहा गया है कि शेराराम और उसके भाई गणेशाराम, तुलसीराम भाटों के बास मेें स्थित अपने घर मेें अवैध तरीके से गांजा, अफीम व डोडा-पोस्त का कारोबार करते हैं। आरोपी बदमाश प्रवृति के हैं, जिसकी वजह से पूरे मोहल्ले में इनका खौफ है और मोहल्ले के बाशिन्दें इनके खिलाफ नहीं बोलते हैं। अवैध कारोबार से जुड़े होने की वजह से आरोपी धनवान हैं और अवैध ब्याज का काम करते हैं। ज्यादा ब्याज लेने को लेकर आए दिन आरोपी किसी ना किसी मजबूर व्यक्ति से मारपीट कर अवैध वसूली करते हैं।
इस बात का विरोध किए जाने पर आरोपी उससे नाराज हो गए और 16 जून को सुबह साढ़े सात बजे आरोपियों ने पीडि़त के घर धारदार हथियारों से लैस होकर हमला कर दिया और उसके पिता देवाराम पर ताबड़तोड़ वार किए। इस दौरान उसने बीचबचाव करने की कोशिश की तो गणेशाराम हाथ में तलवार लेकर आया और उसके भाई नरसिंह पर जान से मारने की नीयत से हमला कर दिया। जैसे-तैसे हम लोगों ने भाग कर अपनी जान बचायी। परिवाद में कहा गया है कि आरोपियों के खिलाफ पहले भी एक दर्जन से ज्यादा मुकदमें दर्ज हैं।
आरोपियों के रसूख और धन का प्रभाव संबंधित थाना पुलिस पर भी है। इसी धन के प्रभाव से इस मामले में पुलिस ने पर्याप्त और वाजिब धाराएं आरोपियों के खिलाफ नहीं लगाई हैं। पीडि़त पक्ष की ओर से आइजी से मामले की निष्पक्ष जांच करवाने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की फरियाद की है।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI WWW.NEWSFASTWEB.COM