लखनऊ के केजीएमयू में था भर्ती, सड़क हादसे में सिर पर लगी थी गंभीर चोट
बीकानेर। एड्स जैसी खतरनाक और लाइलाज रोग से पीडि़त एक शख्स ने सिर्फ छह दिनों में ही कोरोना को हरा दिया। इस रोगी की लगातार दूसरी रिपोर्ट कोरोना निगेटिव आने के बाद इसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया लेकिन चिकित्सक इस रोगी के जल्दी स्वस्थ होने पर हैरान है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यूपी के गोंडा जिले में रहने वाला यह शख्स लॉकडाउन के दौरान दिल्ली में फंस गया था। जिसके बाद वह सड़क के रास्ते दिल्ली से गोंडा अपने घर जा रहा था। रास्ते में ही उसका एक्सीडेंट हो गया और उसके सिर में गहरी चोट लग गई। युवक को गंभीर हालत में लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल लाया गया था। जहां युवक का कोविड टेस्ट भी किया गया था। टेस्ट में युवक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी। इलाज के दौरान डॉक्टरों को यह भी पता चला कि युवक एचआईवी और एड्स से भी संक्रमित है। एचआईवी पीडि़त होने के बावजूद डॉक्टरों की मेहनत से मरीज 6 दिन में ही कोरोना संक्रमण से ठीक हो गया।
डॉक्टरों के सामने थी ये चुनौती
जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति एमएलबी भट्ट ने मीडिया को जानकारी दी कि युवक का जब इलाज होना था तब युवक पहले से ही एचआईवी वायरस से जूझ रहा था। उसका एड्स का इलाज चल रहा था और हेड में भी इंजरी थी। हेड में इंजरी होने के कारण युवक अबनॉर्मल बिहेव करता था और भागने का प्रयास करता रहता था। युवक का स्वयं के ऊपर कंट्रोल नहीं था। एड्स जैसी बीमारी में मरीज का इम्यून सिस्टम भी कमजोर हो जाता है, लेकिन हमारे डॉक्टरों के प्रयास से तीन समस्याओं से जूझ रहे मरीज को ठीक किया गया।
एचआइवी पीड़ित मरीज के ठीक होने पर डॉक्टर खुश होने के साथ ही हैरान भी थे, क्योंकि सामान्य तौर पर एचआईवी पीडि़त की इम्युनिटी बेहद कमजोर होती है, जबकि कोरोना से जंग में इम्युनिटी का बेहद अहम रोल होता है। कहा जाता रहा है कि जिनकी इम्युनिटी मजबूत है वे कोरोना से जंग जीत रहे हैं। लेकिन इस मरीज ने कोरोना से जंग जीती है, इससे दूसरे मरीजों का हौसला बढ़ेगा।
Kamal kant sharma and Bhawani joshi newsfastweb.com