पांच हजार रुपए के ईनामी पौरव कालेर से 27 मोबाइल सिम, 6 मोबाइल और 2 डोंगल बरामद
जोधपुर में अपनी पत्नी से मिल रहा था आरोपी, पुलिस ने किया गिरफ्तार
बीकानेर। पटवार भर्ती परीक्षा में नकल करवाने का मुख्य आरोपी पौरव कालेर आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया। डीएसटी टीम आरोपी को जोधपुर से यहां गिरफ्तार कर लाई है। पांच हजार रुपए के ईनामी इस आरोपी के पास से पुलिस ने 27 मोबाइल सिम, 6 मोबाइल और 2 डोंगल बरामद किए हैं।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने आज मीडियाकर्मियों को बताया कि आरोपी 23 अक्टूबर, 2021 से फरार चल रहा था। पटवार भर्ती परीक्षा में नकल करवाने वाले गिरोह में शामिल राजाराम विश्नोई और उम्मेदाराम जाखड़ व भावना को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। इन तीनों आरोपियों से पूछताछ में गिरोह के सरगना के रूप में पौरव कालेर पुत्र ओमप्रकाश कालेर निवासी सुदर्शना नगर का नाम सामने आया था। तब पौरव कालेर फरार हो गया था, पुलिस की टीमें तभी से आरोपी की तलाश में थी। अभी हाल ही में पुलिस को इनपुट मिला कि आरोपी कालेर जोधपुर में है। तब डीएसटी टीम वहां पहुंची। उस दौरान आरोपी अपनी पत्नी से मिल रहा था। तभी डीएसटी टीम ने उसे दबोच लिया। आरोपी ने गुजरात, जयपुर, जोधपुर, सीकर, उदयपुर में अपनी फरारी काटी है। आरोपी बार-बार अपना मोबाइल बदल रहा था।
उन्होंने बताया कि कालेर से पूछताछ में काफी चौंकाने वाली जानकारी मिली है। इसने बताया है कि राजाराम विश्नोई से उसकी पुरानी पहचान है। राजाराम ही परीक्षार्थियों की सूची जुटाता था और पौरव कालेर को नकल करवाने का सौदा पांच से सात लाख रुपए में करता था। इनके गिरोह में बाबूलाल मूंड नाम का शख्स भी शामिल था और वह भी परीक्षार्थियों को पौरव से मिलाता था। ये लोग काफी समय से नकल गिरोह चला रहे थे। पौरव कालेर परीक्षार्थियों को पेपर पास करवाने, नकल करवाने, पेपर दिलवाने के अलग-अलग तरीकों से वाकिफ करवाता व बड़ी राशि लेता था। वह परीक्षा से पहले चिन्हित अभ्यर्थियों को गुप्त स्थान पर बुलाता व अपने गैंग के सदस्यों द्वारा किस तरह से पेपर हल करने के तरीके के बारे में उन्हें जानकारी दिलवाता। साथ ही परीक्षार्थियों को इलेक्ट्रिक डिवाइस के उपयोग की जानकारी दिलवाता।फिलहाल आरोपी कालेर से गहन पूछताछ की जा रही है।
ये रही डीएसटी टीम
महावीर प्रसाद विश्नोई, थानाधिकारी, जेएनवीसी थाना, एएसआई रामदेव, रिषीकुमार, विजेन्द्रसिंह, रामकुमार, हैड कांस्टेबल कानदान, सत्तार, कांस्टेबल अशोक रावत। नकल गिरोह के इस सरगना को गिरफ्तार करने में हैड कांस्टेबल दीपक यादव, कांस्टेबल वासुदेव और देवेन्द्र का विशेष योगदान रहा है।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com