आइपीसी की धाराएं नहीं जोड़कर मामला कमजोर करने का भी लग रहा आरोप
जान से मारने की धमकियां मिलने पर पुलिस अधीक्षक के पास फरियाद लेकर पहुंचा पीडि़त
गजनेर थाना क्षेत्र का है मामला
बीकानेर। राजनीतिक रसूखदारों के प्रभाव से प्रभावित हुई पुलिस की कार्यशैली से पीडि़त हुआ शख्स न्याय के लिए दर-दर की ठोकर खा रहा है। रसूखदारों की दबंगई और खाकी से मिलीभगत से पीडि़त हुआ यह शख्स न्याय की आस लिए पुलिस अधीक्षक कार्यालय भी पहुंचा लेकिन वहां बैठे मातहतों ने भी उसेे न्यायालय की शरण मेें जाने की सलाह देकर टरका दिया।
दरअसल, गजनेर थाना क्षेत्र स्थित गोलरी गांव में रहने वाले गरीब सुरजाराम मेघवाल पुत्र मुकनाराम के साथ 29 जुलाई, 2022 को कुछ राजनीतिक रसूखदारों ने मारपीट की, जिससे सुरजाराम गंभीर घायल हो गया और उसे पहले वहीं केे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और बाद में यहां पीबीएम ट्रोमा सेन्टर में भर्ती किया गया था। जहां वह करीब दस दिनों तक भर्ती रहा था। इस दौरान गजनेर थाना पुलिस ने 31 जुलाई को मामला दर्ज करते हुए पांच जनों को नामजद किया। लेकिन पीडि़त सुरजाराम ने पुलिस अधीक्षक से की गई अपनी फरियाद में कहा है कि पुलिस अधिकारी राजनीतिक रसूखदारों के प्रभाव में आ गए और उन्होंने जांच मेंं आइपीसी की पर्याप्त और जायज धाराएं नहीं जोड़कर मामले को कमजोर कर दिया।
इतना ही नहीं पुलिस ने आनन-फानन में चालान भी पेश कर दिया। पुलिस की इस पक्षपाती रवैये से आरोपियों के हौसले और ज्यादा बुलंद हो गए और अब वे सरेआम पीडि़त सुरजाराम मेघवाल और उसके परिवार को जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं। पीडि़त ने अपनी फरियाद में यह भी कहा है कि वह मजदूरी करके अपने वृद्ध पिता और अन्य परिजनों का भरण-पोषण कर रहा है। इसके बावजूद राजनीतिक संरक्षण प्राप्त कुछ लोग उसकी जमीन हड़पना चाहते हैं। पीडि़त सुरजाराम मेघवाल फिलहाल पुलिस अधीक्षक से न्याय मिलने की उम्मीद कर रहा है।
गरीब श्रमिक की मदद के लिए नहीं आया कोई भी संगठन
छोटे-छोटे मुद्दों को लेकर धरना-प्रदर्शन करने वाले सामाजिक संगठन इस गरीब श्रमिक की मदद के लिए आगे नहीं आए हैं। इतना ही नहीं दलित समाज के उत्थान के लिए कार्य करने वाले संगठनों का ध्यान भी इस पीडि़त की पीड़ा पर अभी तक नहीं गया है।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com