कोरोना की ली जा रही आड़, लेकिन पूछताछ जारी
परस्पर जांच का दिया जा रहा है हवाला
बीकानेर। रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने के आरोपी फार्मासिस्ट्स आज जयपुर स्थित एसओजी मुख्यालय जाने से बच गए। अचानक एसओजी की टीम ने पांचों आरोपियों को जीप में से उतार लिया। फिलहाल एसओजी के अधिकारी कोविड की आड़ लेकर इन्हें वहां नहीं ले जाना बता रहे हैं।
पिछले दो दिनों से एसओजी की टीम यहां रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले फार्मासिस्ट्स से पूछताछ कर रही थी। बुधवार शाम को एसओजी टीम पांचों फार्मासिस्ट्स जेठमल तंवर, आनन्द जिन्दल, विनय मित्तल, अनुज अग्रवाल व प्रदीप अग्रवाल को जयुपर स्थित मुख्यालय ले जाने लगे। सभी आरोपियों को गाडिय़ों में बैठा दिया गया। तभी अचानक सभी पांचों फार्मासिस्ट्स को गाड़ी में से उतरने को कहा गया।
इस दौरान वहां मौजूद मीडिया ने एसओजी की एएसपी दिव्या मित्तल से आरोपियों को उतारे जाने की वजह पूछी तो उन्होंने कहा कि उच्च अधिकारियों से निर्देश मिले हैं कि कोविड के चलते इन्हें मुख्यालय ले जाना सही नहीं है। इनसे यहीं पर पूछताछ करें और परस्पर रिकॉर्ड का मिलान करें। इसके बाद सभी पांचों फार्मासिस्ट्स से यहीं पर पूछताछ की जा रही है।
इस प्रकरण को लेकर अन्दरखाने बातें की जा रही है कि रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के इस प्रकरण की जांच करने वाली टीम पर जयपुर से दबाव बनाया गया है। यही वजह है कि पांचों आरोपियों को जयपुर ले जाया जाना निरस्त कर यहीं पर रखा गया है।
#Kamal kant sharma/Bhawani joshi www.newsfastweb.com