‘स्वर्णिम विजय वर्ष’ के रूप में मनाया जा रहा है यह वर्ष

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This year is being celebrated as 'Golden Victory Year'

विजय मशाल पहुंची अजमेर, दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर

1971 के युद्ध के दिग्गजों, पूर्व सैनिकों और विरांगनाओं का किया गया सम्मान

बीकानेर। 1971 के युद्ध में भारत की पाकिस्तान पर जीत की इस वर्ष, 2021 में 50वीं वर्षगांठ है। इस ऐतिहासिक अवसर को मनाने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों की ओर से वर्ष,2021 को ‘स्वर्णिम विजय वर्ष’ के रूप में मनाया जा रहा है।


विजय मशाल भारतीय सेना की बेहतरीन परंपरा में मातृभूमि के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले अमर योद्धाओं की ओर से प्रदर्शित निर्णायक जीत, हिम्मत और गौरव का प्रतीक है। दक्षिणी कार्डिनल विजय मशाल आज अजमेर मिलिट्री स्टेशन पहुंच गई। विजय मशाल का स्वागत लेफ्टिनेंट जनरल सुरेंद्र कुलकर्णी, पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएसएम और बार (सेवानिवृत्त) और 1971 के युद्ध के दिग्गज मानद कैप्टन नरपत सिंह द्वारा किया गया। अंतिम मील की दौड़ में विजय मशाल के साथ बैटल एक्स डिवीजन की एक टीम ने भाग लिया। यूनिट क्वार्टरगार्ड में माल्यार्पण समारोह का आयोजन किया गया। जिसके बाद गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। कार्यक्रम के दौरान युद्ध के दिग्गजों, पूर्व सैनिकों और वीर नारियों को सम्मानित किया गया। समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।


विजय मशाल कोणार्क कोर, दक्षिणी कमान की प्रतिनिधि टीमों के साथ 1971 के युद्ध के वीरता पदक विजेता, युद्ध के दिग्गजों और वीर नारियों के घरों का दौरा करेंगे और राष्ट्र के लिए उनकी वीरतापूर्ण सेवा के लिए उन्हें श्रद्धांजलि देंगे। बैटल एक्स डिवीजन राजस्थान की पश्चिमी सीमाओं की यात्रा के लिए विजयमशाल को ले जाने की जिम्मेदारी लेगा। गोल्डन कटार डिवीजन गुजरात में विजयमशाल यात्रा की जिम्मेवारी संभालेगा।


गौरतलब है कि विजयमशाल लगभग दो महीने में राजस्थान और गुजरात का दौरा करेगी। दक्षिणी कार्डिनल की अपनी यात्रा पूरी होने परए विजयमशाल फिर से अंतिम समारोह के लिए नई दिल्ली लौट आएगी।

#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI WWW.NEWSFASTWEB.COM

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