चुनाव से पहले कांग्रेस ने बेरोजगारों को नौकरी देने का किया था वादा
कई महत्वपूर्ण विभागों में लम्बे समय से हैं पद खाली
बीकानेर। प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार रोजगार के मुद्दे पर वादे पर खरा नहीं उतर सकी है। करीब ढाई साल पहले बेरोजगारों को सरकारी नौकरी देने का वादा कर सत्ता में आई कांग्रेस सरकार अब तक युवाओं की उम्मीद पूरी नहीं कर सकी है।
गौरतलब है कि विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस तत्कालीन भाजपा सरकार को सरकारी नौकरियों की भर्ती शुरू करने को लेकर घेरती रही। अब जब पिछले ढाई साल से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार तो है लेकिन अब तक विभिन्न विभागों में भर्तियों के माध्यम से युवाओं को नौकरी नहीं मिल सकी है। एक अनुमान के अनुसार इन परीक्षाओं से प्रदेशभर के 10 से 12 लाख युवाओं को उम्मीद है। ये प्रतियोगी परीक्षा में बैठने की तैयारी भी कर रहे हैं। एक पद के लिए एक हजार से ज्यादा युवा परीक्षा में बैठ सकते हैं।
जानकारी के अनुसार चिकित्सा, शिक्षा, ग्रामीण विकास व उर्जा जैसे बड़े विभागों में लंबे समय से हजारों पद खाली चल रहे हैं। गहलोत सरकार ने सत्ता में आते ही वर्ष, 2019-20 में 75 हजार पदों पर नई भर्तियों की घोषणा की थी। इससे बेरोजगार युवाओं में उम्मीद की किरण जगी और उन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने की तैयारी शुरू कर दी लेकिन अब तक 75 हजार भर्ती पूरी नहीं हो सकी। वर्ष, 2020-21 के बजट में गहलोत ने 53 हजार खाली पदों को शामिल करते हुए 53 हजार 181 पदों पर भर्तियां करने की घोषणा की थी लेकिन वह भी अभी तक अधुरी है।
जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग में 41000, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में 436, गृह विभाग में 5000, सामान्य प्रशासन विभाग में 200, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज में 103, सहकारिता में 1000, चिकित्सा शिक्षा में 573 पद खाली हैं, जिन पर भर्ती होनी है। अब ऐसा बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वित्त एवं संबंधित विभागों के अधिकारियों को भर्ती प्रक्रिया जल्दी शुरू करने के निर्देश दिए हैं। ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि प्रदेश के बेरोजगार युवाओं की उम्मीद इस बार पूरी होगी या फिर उस पर पानी फिरेगा।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI WWW.NEWSFASTWEB.COM