प्रदेश में सियासी संकट, विवादों में गहलोत सरकार, अब फिर फोन टेपिंग के आरोप

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Political crisis in the state, Gehlot government in controversies, then allegations of phone tapping

पायलट दिल्ली में हैं आलाकमान के पास

संकट टालने की कोशिश में जुटे हैं कांग्रेस के शीर्षस्थ नेता

बीकानेर। अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार में सियासी कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। प्रदेश की सत्तारूढ़ कांग्रेस अशोक गहलोत और सचिन पायलट खेमे में बटी हुई है। एक बार फिर से सरकार में गतिरोध बढ़ गया है और इससे संकट सरकार पर मंडराता नजर आ रहा है।

सचिन पायलट अभी दिल्ली में मौजूद हैं और आलाकमान से वार्ता कर रहे हैं। वहीं राज्य में उनके खेमे के विधायक गहलोत सरकार के खिलाफ बगावती तेवर अपनाए हुए हैं। अशोक गहलोत और सचिन पायलट गुट में फिर से टकराव के साथ राज्य में फोन टेपिंग के आरोप भी फिर से लगने लगे हैं। सचिन पायलट गुट से जुड़े कांग्रेस विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने फोन टेपिंग के आरोप लगाए हैं।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने कहा है कि ‘मुझे नहीं पता कि मेरा फोन टेप किया जा रहा है या नहीं, लेकिन कई विधायकों ने कहा है कि मोबाइल फोन टेप किए जा रहे हैं। कई अधिकारियों ने उन्हें (विधायकों को) भी बताया है कि ऐसा लगता है कि उन्हें फंसाने की कोशिश की जा रही है।’ वीपी सोलंकी ने कहा है कि ‘विधायकों ने इसकी जानकारी मुख्यमंत्री को भी दी है। सचिन पायलट के विश्वस्तों में शामिल वीपी सोलंकी ने कांग्रेस आलाकमान को भी इस संबंध में शिकायत की है और कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए।’

माना जाता है कि प्रदेश में पूरी ताकत अशोक गहलोत के हाथों में है। जबकि पायलट अपने खेमे का सरकार में सम्मान चाहते हैं। वह लगातार कांग्रेस आलाकमान पर वो वादे पूरे नहीं करने का आरोप लगा रहे हैं, जो राजस्थान में चुनाव के वक्त पायलट खेमे के लिए किए गए थे। ऐसे में पायलट गुट लगातार अल्टीमेटम दे रहा है। इस बीच हाल ही में छह बार के विधायक हेमाराम चौधरी ने 22 मई को कांग्रेस सरकार से इस्तीफा दे दिया और वह अपना इस्तीफा वापस लेने के लिए अनिच्छुक दिख रहे हैं। जबकि विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने भी इस्तीफा देने की धमकी दी है।

#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI WWW.NEWSFASTWEB.COM

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