वैक्सीन खराब होने का है मुद्दा
राज्यपाल कलराज मित्र ने मुख्यमंत्री को दिए उच्च स्तरीय जांच कराने के निर्देश
जयपुर। कोरोना वैक्सीनेशन के खराब होने के मामले में गहलोत सरकार अब घिरती नजर आ रही है। टीकों की बर्बादी के बीच राज्यपाल कलराज मिश्र ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर कोविड के जीवन रक्षक टीके की बर्बादी के संबंध में उच्च स्तरीय जांच कराने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में उन्होंने रिपोर्ट भी मांगी है।
जानकारी के अनुसार राज्यपाल ने राज्य सरकार का इस घटना की पुनरावृति रोके जाने के लिए प्रभावी कार्ययोजना तैयार कर टीके की प्रत्येक डोज को एक-एक व्यक्ति का जीवन रक्षा कवच समझकर उसका उपयोग करने के लिए भी कहा है। इस संबंध में प्रकाशित समाचारों का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि राष्ट्रव्यापी महामारी में लोगों का जीवन बचाने के लिए वैक्सीन ही एकमात्र सटीक उपाय है। 35 सेंटर्स पर 500 वैक्सीन कचरे में मिलने और इनमें 2500 से भी ज्यादा डोज खराब होने को लेकर आ रहे समाचार चिंता का विषय है।
उधर मुख्यमंत्री गहलोत फ्री वैक्सीन को लेकर गैर भाजपा शासित मुख्यमंत्रियों को एकजुट करने में जुट गए हैं। उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिन्द्र सिंह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी से बात की है। गहलोत गैर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को फ्री वैक्सीनेशन के मुद्दे को एक साथ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के समक्ष रखने की रणनीति बना रहे हैं। गहलोत ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से बात कर गैर भाजपाई सांसदों का धरना आयोजित करने को लेकर भी बात की बताई जा रही है।
सरकार ने ऑडिट शुरू करवाई
राज्यपाल का पत्र मिलने के बाद सरकार ने जवाब देने की तैयारी शुरू कर दी है। आज अवकाश के बावजूद मुख्यमंत्री कार्यालय और चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी जिलावार टीकाकरण और खराबे को लेकर डॉटा एकत्रित करने में जुटे रहे। उधर, मुख्यमंत्री के निर्देश पर चिकित्सा विभाग ने टीकों का ऑडिट करवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिला कलेक्टरों के माध्यम से ऑडिट करवाया जा रहा है।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI WWW.NEWSFASTWEB.COM