आईसीएमआर ने होम टेस्टिंग किट को दी मंजूरी
कोविसेल्फ दिया गया है नाम
बीकानेर। कोविड संक्रमण की जांच अब घर बैठे आसानी से की जा सकेगी। आईसीएमआर (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) ने होम टेस्टिंग किट को मंजूरी दी है। इसे कोविसेल्फ का नाम दिया गया है। ये एक रैपिड एंटीजन टेस्ट किट है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस किट का इस्तेमाल कर आप खुद ही कोरोना टेस्ट कर सकेंगे। सबसे कमाल की बात यह है कि सिर्फ 15 मिनट में आप जांच रिपोर्ट पा सकते हैं। इस किट को पुणे स्थित मायलैब डिस्कवरी सॉल्यूशंस लिमिटेड ने बनाया है, जिसका इस्तेमाल सिर्फ नाक से लिए स्वाब के सैंपल के लिए होगा।
आइए जानते हैं इसे कैसे इस्तेमाल करते हैं और टेस्टिंग के वक्त किन-किन बातों का ध्यान रखना होता है……
घर पर इस टेस्ट किट का इस्तेमाल उन्हीं लोगों को करना चाहिए, जिनमें कोविड-19 के लक्षण हैं या फिर वे किसी संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आए हों।
होम टेस्टिंग के लिए मैनुअल गाइडलाइन का पालन करना होगा। इसके लिए आपको सबसे पहले गूगल प्ले स्टोर या ऐपल स्टोर से coviself मोबाइल ऐप डाउनलोड करनी होगी। इसी ऐप के जरिए आपको पॉजिटिव या निगेटिव रिपोर्ट मिलेगी।
जांच करने वाले सभी लोगों को टेस्टिंग प्रक्रिया पूरी होने के बाद टेस्ट स्ट्रिप की तस्वीर लेनी होगी, जिसमें ऐप डाउनलोड और रजिस्ट्रेशन किया गया है। फिर मोबाइल फोन का डाटा सीधे ICMR के टेस्टिंग पोर्टल पर स्टोर हो जाएगा।
इस टेस्ट के जरिए जिनकी पॉजिटिव रिपोर्ट आएगी उन्हें पॉजिटिव माना जाएगा और दोबारा किसी टेस्ट की जरूरत नहीं पड़ेगी। गाइडलाइन के मुताबिक जो लोग पॉजिटिव होंगे, उन्हें होम आइसोलेशन में रहना होगा और ICMR की गाइडलाइन का पालन करना होगा।
वहीं लक्षण वाले जिन मरीजों का रिजल्ट निगेटिव आएगा, उनको RTPCR टेस्ट कराने की जरूरत होगी। हालांकि इस दौरान लोगों की पहचान को सार्वजनिक नहीं किया जाएगा। सभी रैपिड एंटीजन निगेटिव सिम्प्टोमेटिक लोगों को सस्पेक्टेड कोविड केस माना जायेगा और जब तक RTPCR टेस्ट का रिजल्ट नहीं आ जाता तब तक उन्हें होम आईसोलेशन में रहना होगा।
टेस्ट किट के सभी संभावित परिणामों के बारे में मैनुअल पर जानकारी दी गई है। कंपनी के दिशा-निर्देशों के तहत इस्तेमाल के बाद टेस्ट किट के सभी सामानों को बायोहैजर्ड बैग (किट में मौजूद) में बंद करके फेंक दें।
ध्यान रहे कि टेस्टिंग किट का कोई भी सामान फ्रिज में नहीं रखना है और ना ही किट पर सूरज की सीधी रोशनी पडऩी चाहिए। बार-बार इस किट के जरिए टेस्टिंग करने से बचना चाहिए और जांच करने के लिए घर में किसी साफ. सुथरी जगह का इस्तेमाल करना चाहिए।
#Kamal kant sharma/Bhawani joshi www.newsfastweb.com