पन्द्रह दिनों पहले ही लगा दिया जाता नाइट कर्फ़्यू तो नहीं होते ऐसे हालात
त्योहारों की आड़ में लोग हुए लापरवाह, अब झेलनी पड़ रही है परेशानी
बीकानेर। होली की मस्ती जिले में अब भारी पड़ती दिखाई दे रही है। होली के बाद से ही कोरोना रोगी काफी तादाद में सामने आने लगे हैं। अब तो हालात ये हो रहे हैं कि पिछले दो-तीन दिनों से सौ से ज्यादा नए कोरोना रोगी रिपोर्ट किए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि होली से एक-दो दिन पहले गहलोत सरकार ने प्रदेश के आठ शहरों में रात 11 बजे से सुबह पांच बजे तक नाइट कर्फ़्यू लगाए जाने की घोषणा की थी। इसके बाद होली से एक-दो दिन पहले शब-ए-बारात और होली को देखते हुए शाम चार बजे से दस बजे तक धार्मिक आयोजन करने की छूट दी थी। सरकार की ओर से दी गई ये छूट और 29 मार्च को धुलंडी की मस्ती ने कोरोना संक्रमण की आग में घी का काम कर दिया। अब कोरोना महामारी की दूसरी लहर मेें कोरोना रोगी लगातार बढ़ते जा रहे हैं और होली की मस्ती अब भारी पड़ती दिखाई दे रही है।
कुछ लोगों का मानना है कि जब कोरोना की दूसरी लहर का प्रभाव देश के कई राज्यों में नजर आने लगा था, तब ही यानि होली से पहले ही सरकार को प्रभावी नाइट कर्फ़्यू लगाने का फैसला कर लेना चाहिए था। हालांकि अभी देर नहीं हुई है, सरकार कुछ और भी सख्ती करे तथा प्रान्त के लोग भी समझदारी और महामारी के प्रति गंभीरता दिखाते हुए गाइडलाइन की पालना करें तो निश्चित ही इस कोरोना महामारी पर विजय प्राप्त की जा सकती है।
2020 से ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है 2021
जिस प्रकार से कोरोना महामारी की दूसरी लहर का कहर बरपता दिख रहा है, उसे देखकर जानकार लोगों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच गई हैं। लोगों का मानना है कि पिछले चौबीस घंटों में कोरोना रोगियों के नए मामलों ने पिछले साल का रेकॉर्ड भी तोड़ दिया है। बीते चौबीस घंटों में 1,52 लाख से ज्यादा कोरोना के नए रोगी सामने आए हैं। लोगों की लापरवाही अभी भी खत्म नहीं हुई तो ये आंकड़ा कई गुना ज्यादा हो सकता है। यहां अमेरिका जैसे हालात भी बनने से इनकार नहीं किया जा सकता है। वर्तमान की स्थिती को देखते हुए लोगों का मानना है कि वर्ष, 2020 से ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है 2021, ऐसे में लोगों को समझदारी से काम लेना चाहिए और गंभीर होकर महामारी से किए जा रहे संघर्ष में सरकार के साथ खड़ा होना चाहिए।
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