ब्यूरोक्रेसी : अपनों को बचाने की कोशिश, बार-बार बदली जा रही जांच

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Bureaucracy: Attempting to save loved ones, repeated investigation

नोखा के तत्कालीन सीओ पौने दो साल पहले रिश्वत लेते किए गए थे गिरफ्तार

पौने दो वर्षों में चालान भी नहीं किया गया पेश

परिवादी पर डाला जा रहा दबाव, डीजी एसीबी को लिखा पत्र

बीकानेर। प्रदेश में ब्यूरोक्रेसी कितनी हावी है इसका ताजा उदाहरण यहां देखने को मिल रहा है। रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किए गए पुलिस ऑफिसर को बचाने के लिए प्रकरण की तीन बार जांच ही बदल दी गई है और परिवादी पर तमाम राजनीतिक व सामाजिक दबाव डाला जा रहा है। सिस्टम और दबाव से परेशान हुए परिवादी ने डीजी भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को पत्र लिख कर कार्रवाई आगे बढ़ाने की मांग की है।

परिवादी पन्नाराम जाट की ओर से महानिदेशक, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, राजस्थान को भेजे गए पत्र के अनुसार 26 जुलाई, 2019 को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, बीकानेर चौकी ने नोखा के तत्कालीन सीओ महमूद खान को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया था। तब से ही आरोपी महमूद खान को बचाने की कोशिशें की जा रही है। इतना ही नहीं महकमे की ओर से इस पुलिस अधिकारी को बचाने के लिए प्रकरण की तीन बार जांच ही बदल दी। इन पौने दो वर्षों में परिवादी पन्नाराम पर रसूखदारों ने राजनीतिक और सामाजिक दबाव डलवाना जारी रखा जो आज तक लगातार है। इतना ही नहीं परिवादी को उसका अहित करने की धमकियां भी दिलवाई जा रही है।

भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों की पोल खोलने वाला परिवादी पन्नाराम सिस्टम से इतना परेशान हो गया कि उसने रेंज के आइजी के सामने पेश होकर अपने पर बीत रही की जानकारी दी। जिसकी जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सुनील कुमार के पास है।बयूरोक्रेसी के हावी होने की बानगी देखिए कि प्रकरण को आज पौने दो साल होने जा रहे हैं लेकिन पुलिस ने अपने अधिकारी के खिलाफ चालान तक न्यायालय में पेश नहीं किया।

परिवादी ने धरने की दी चेतावनी

नोखा पुलिस थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में रहने वाले जागरूक परिवादी पन्नाराम जाट ने आज पुलिस महानिदेशक, भ्रष्टाचार ब्यूरो, राजस्थान को पत्र लिखकर ब्यूरोक्रेसी की करतूतों की जानकारी दी है। साथ ही उन्होंने रिश्वत लेने के आरोपी तत्कालीन नोखा सीओ महमूद खान के खिलाफ इस प्रकरण में न्यायालय में तुरन्त प्रभाव से चालान पेश करवाने की मांग भी की है और मांग पूरी नहीं किए जाने पर धरना लगाने की चेतावनी भी दी है।

ये था मामला

जानकारी के अनुसार वर्ष, 2019 की 24 जुलाई को दहेज हत्या के मामले में आरोपी को गिरफ्तार करने की एवज में नोखा के तत्कालीन सीओ महमूद खान ने परिवादी से दो लाख रुपए की रिश्वत राशि की मांग की थी। परिवादी पन्नाराम ने इसकी शिकायत भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, बीकानेर चौकी में इसकी शिकायत की थी। शिकायत का सत्यापन करवाए जाने के बाद 26 जुलाई, 2019 को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रजनीश पूनिया के नेतृत्व में टीम ने नोखा के तत्कालीन सीओ महमूद खान को परिवादी से 50 हजार रुपए की रिश्वत राशि लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया था।

#Kamal kant sharma/Bhawani joshi www.newsfastweb.com

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