बीकानेर। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् – राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केंद्र तथा उपनिदेशक कृषि एवं पदेन परियोजना निदेशक आत्मा के संयुक्त तत्वावधान में 2 अक्टूबर को कृषिफेस्ट 2018 का आयोजन किया जाएगा।
इस संबंध में केन्द्र निदेशक डॉ. एनवी पाटिल ने कहा कि केन्द्र में 2 अक्टूबर को आयोज्य कृषिफेस्ट में सैकड़ों किसान एवं पशुपालक अपनी सक्रिय सहभागिता निभाएंगे। 60 से ज्यादा संस्थान/समितियां/गैर सरकारी संगठन/निजी प्रतिष्ठान अपनी प्रदर्शनियों के माध्यम से नवीन तकनीकियां दर्शाएंगे।
इस मेले में किसानों को कृषि एवं पशुपालन से संबंधित नूतन प्रोद्यौगिकी, विभिन्न सरकारी योजनाओं, ऋण सुविधाओं, सॉयल हैल्थ कार्ड, सोलर चलित पम्प आदि की जानकारी विषय-विशेषज्ञों द्वारा कृषि-वैज्ञानिक संवाद कार्यक्रम तहत उपलब्ध करवाई जाएगी।
साथ ही प्रगतिशील किसानों को श्रेष्ठ फसल, पशु, सब्जी, फल, उद्यानिकी के लिए पुरस्कृत किया जाएगा।
डॉ.पाटिल ने मेले का उद्देष्य स्पष्ट करते हुए कहा कि किसानों की कृषि क्षेत्र से आय दुगनी करने के लिए कृषिफेस्ट जैसे आयोजन समय की मांग भी हैं। ऐसे आयोजनों से अद्यतन लाभकारी जानकारी का संप्रेषण सहज एवं सरल रूप में एक ही मंच पर उपलब्ध हो सके।
इस अवसर पर उपनिदेशक कृषि एवं पदेन परियोजना निदेशक आत्मा आरके नैनावत ने कहा कि कृषिफेस्ट मेले में पंचायत समितियों को नवाचार के माध्यम से पुरस्कृत किए जाने के प्रावधान के तहत 10-10 हजार राशि का इनाम दिया जाएगा। वहीं जिला स्तर पर चयनित किसान को 25 हजार रुपए तथा प्रमाण-पत्र से नवाजा जाएगा।
केन्द्र के प्रधान वैज्ञानिक एवं आयोजन सचिव डॉ.आरके सावल ने मेले संबंधी गतिविधियों पर विस्तृत में प्रकाश डाला तथा कहा कि इस अवसर पर विशिष्ट आकर्षण के तौर पर ऊंट दौड़ एवं नृत्य का आयोजन भी किया जाएगा तथा एनआरसीसी का उष्ट्र संग्रहालय भी नि:शुल्क भ्रमण के लिए खुला रहेगा।