शासन की टीम ने सीज किया लैब को
निर्धारित दर से दोगुना वसूल रहा था पैसा
आरपीएस अधिकारी की लैब में भागीदारी की बातें भी आ रही सामने
बीकानेर। तकरीबन 27 दिनों पहले जिस पैथोलॉजी लैब का उद्घाटन प्रदेश के मंत्रियों ने किया था, वही लैब जिले की जनता को लूटने में लगी रही। आज प्रशासन की टीम ने रसूखदारों की इस लैब को सीज कर दिया। ये निजी लैब निर्धारित दर से दोगुना राशि आमजन से वसूल रही थी।
दरअसल, एचआरसीटी जांचों की सरकार ने दरें निर्धारित कर की हैं, सरकार के इस बारे में निर्देश भी हैं कि निर्धारित दरों से ज्यादा दरें नहीं ली जा सकती हैं। कलेक्टर नमित मेेहता ने भी इस बारे में निर्देश जारी किए हैं। साथ ही निजी लैबों की जांच के लिए एक टीम का गठन भी किया, जिसका नेतृत्व आरएएस अधिकारी गोपालराम को सौंपा। आज आरएएस अधिकारी गोपालराम व सीएमएचओ डॉ. बीएल मीणा सहित अन्य सदस्यों की टीम पॉलिटेक्निक कॉलेज के सामने अभी 27 दिनों पहले स्थापित हुई मार्स इमेजिंग डायग्नोस्टिक लैब पहुंची।
यहां आरएएस अधिकारी ने अपनी जांच करवाने का कहकर रसीद बनवाई, लैब में मौजूद कर्मचारी ने उन्हें जांच के शुल्क के रूप में 35 सौ रुपए लेकर रसीद दी। इस पर आरएएस अधिकारी ने लैब कर्मचारी को कहा कि सरकार ने इस जांच के लिए 17 सौ रुपए फीस निर्धारित कर रखी है, आप तो दोगुना ले रहे हैं। इसके बाद आरएएस अधिकारी ने अपनी टीम के साथ लैब को सीज करने की कार्रवाई शुरू कर दी।
गौरतलब है कि 4 अक्टूबर को मार्स इमेजिंग डायग्नोस्टिक लैब का उद्घाटन कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष और जिले के प्रभारी मंत्री गोविन्दसिंह डोटासरा, ऊर्जा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला और उच्च शिक्षा मंत्री भंवरसिंह भाटी ने किया था। इस समारोह में प्रदेश भर से कई प्रभावशाली लोग आए थे। बताया यह भी जा रहा है कि एक आरपीएस अधिकारी की इस लैब में भागीदारी है, यह आरपीएस अधिकारी अभी श्रीगंगानगर जिले में पोस्टेड है। आज इस लैब के सीज होने के बाद लोगों में चर्चा की जा रही थी कि इस लैब के संचालक रसूखदार और प्रभावशाली होने के बावजूद भी जनता का लूटने में लगे हैं, वह भी लैब खुलने के मात्र 27 दिनों में।
आगे भी जारी रहेगी कार्रवाई
सीएमएचओ डॉ. बीएल मीणा के अनुसार निजी लैबों पर निरीक्षण की कार्रवाई जारी रहेगी। जहां कहीं भी नियमों की पालना नहीं की जा रही होगी, उस लैब पर कार्रवाई की जाएगी।