चीन को आर्थिक मार देने की जबरदस्त की है प्लानिंग
33 करोड़ पर्यावरण अनुकूल दीये कराए जाएंगे उपलब्ध
बीकानेर। चीन के साथ सीमा पर जारी विवाद के बीच भारत अब गाय के गोबर से चीन को सबक सिखाने की तैयारी में हैं। इसके लिए भारत ने जबरदस्त प्लानिंग की हैं। राष्ट्रीय कामधेनु आयोग चीनी लाइट्स का उपयोग कम करने के लिए गाय के गोबर से दीये बना रहा हैै।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस लाइट बनाने वाली चीनी कंपनियों का मात देने की तैयारी में भारत पूरी तरह से जुटा हुआ है। राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के जरिए दीवाली तक बाजार में गोबर से बने 33 करोड़ दीये उपलब्ध करवाने का लक्ष्य रखा गया है। आयोग वल्लभभाई कथीरिया ने मीडिया को बताया है कि ये दीये पर्यावरण अनुकूल होंगे। उनके मुताबिक चीन में बने दीयों को खारिज करने का अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वदेशी संकल्पा और स्वदेशी आंदोलन को बढ़ावा देगा। 15 से ज्यादा राज्य इस अभियान का हिस्सा बनने को सहमत हो चुके हैं। उन्होंने बताया है कि इस दीवाली पर तकरीबन तीन लाख दीये पावन नगरी अयोध्या में जलाए जाएंगे और एक लाख दीये वाराणसी में जलाए जाएंगे। इसके लिए कार्य शुरू किया जा चुका है।
इसके अलावा वल्लभभाई कथीरिया ने मीडिया को जानकारी दी है कि गाय का गोबर रेडिएशन रोक सकता है। उन्होंने कहा गाय के गोबर से बने चिप को अपने मोबाइल में रखते हैं तो यह रेडिएशन को काफी कम कर देता है। अगर आप बीमारी से बचना चाहते हैं तो इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। इस चिप को गौसत्व कवच का नाम दिया गया है। उन्होंने बताया है कि आयोग दीयों के अलावा गोबर, गौमूत्र और दूध से बने अन्य उत्पादों जैसे कि एंटी-रेडिएशन चिप, पेपर वेट, गणेश और लक्ष्मी की मूर्तियों, अगरबत्ती, मोमबत्तियों और अन्य चीजों के उत्पादन को बढ़ावा दे रहा है।
आयोग सीधे तौर पर गोबर आधारित उत्पादों के उत्पादन में शामिल नहीं है, लेकिन यह व्यवसाय स्थापित करने को इच्छुक स्वयं सहायता समूहों और उद्यमियों को प्रशिक्षण देने की सुविधा प्रदान कर रहे हैं। जिससे देश में रोजगार के ज्यादा अवसर बन सकेंगे।
#Kamal kant sharma/Bhawani joshi www.newsfastweb.com