पीबीएम : कौन निगल रहा है इंसानों को, कोरोना या कुप्रबंधन

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PBM: Who is swallowing humans, corona or mismanagement

कोरोना नियंत्रण में नाकाम साबित हो रहा है पीबीएम व स्वास्थ्य विभाग

साढ़े चार हजार से ज्यादा हो चुके हैं संक्रमित, 81 मौत

बीकानेर। कोविड-19 महामारी संक्रमणकाल में जिले में हुई कोरोना संक्रमितों की हुई 81 मौतों ने एक बार फिर ये सवाल खड़ा कर दिया है कि पीबीएम अस्पताल में इंसानों को कौन निगल रहा है, कोरोना या कुप्रबंधन? पीबीएम प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की नाकामी अब शहर की गलियों में चर्चा का विषय बन गई हैं।

गौरतलब है कि कोरानाकाल में कई बार यह सामने आ चुका है कि पीबीएम अस्पताल में अव्यवस्थाएं व्याप्त हैं कि अन्य रोग से ग्रसित जाने वाले मरीज भी वहां कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। कोविड अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीजों ने ही वहां व्याप्त अव्यवस्थाओं के वीडियो जारी करके पीबीएम प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की पोल खोल कर रख दी है। इन सबके बावजूद भी पीबीएम के वरिष्ठ चिकित्सकों की ओर से कोविड अस्पताल और सेन्टर जाकर निरीक्षण किए जाने की खबरें जारी नहीं हुई हैं। कई बार आला प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से निर्देश भी जारी किए गए कि वरिष्ठ चिकित्सक कोविड अस्पताल में जाकर निरीक्षण करें, लेकिन पीबीएम प्रशासन पर यह निर्देश भी प्रभावी नहीं हुए हैं। हैरानी की बात तो यह है कि कांग्रेस के शासन में बीकानेर शहर के कांग्रेस नेताओं ने ही कई बार पीबीएम प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की नाकामी को जाहिर करते हुए उनकी कार्यशैली का विरोध किया है।

जागरूक लोगों के अनुसार जनता के टैक्स से मोटी-मोटी तनख्वाह पाने वाले शहर की जनता को रोजाना जोखिम और जिल्लत ही दे रहे हैं। शहर के लोगों ने तो निरंकुश और अनियंत्रित इन प्रशासनों की उपयोगिता पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं।
लोगों में चर्चा की जाने लगी है कि कोरोना संक्रमित होने के बाद रोगी को एम्बूलेंस द्वारा कोविड सेन्टर में ले जाकर पटक दिया जाता है, ज्यादा तबीयत खराब होने पर उसे कोविड अस्पताल में ले जाकर छोड़ दिया जाता है। वहां रहकर आए लोगों के अनुसार वहां तो वे भगवान भरोसे ही रहे थे, कोविड अस्पताल और सेन्टर में न तो खाने का पता है और न ही दवाइयों का, चिकित्सकों को भी वहां रोगियों के हालचाल जानते हुए नहीं देखा गया। जैसे तैसे भगवान की कृपा से वे ठीक तो हो गए लेकिन अस्पताल बहुत ही बीमार हो गया है।

यह चर्चा भी शहर में आम है कि जो लोग पीबीएम प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की पोल खोल रहे हैं, उन्हें धमकियां दी जाने लगी हैं, प्रशासन कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है, जबकि पीबीएम और मेडिकल कॉलेज के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग में कोरोना के नाम पर जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। जनप्रतिनिधियों की ओर से वहां किए जा रहे भ्रष्टाचार की जानकारी लेने की कोशिश कभी भी होते नहीं देखी गई है। यही वजह है कि अब शहर के जागरूक लोग कोराना के नाम पर पीबीएम, मेडिकल कॉलेज और स्वास्थ्य विभाग में किए जा रहे भ्रष्टाचार के मामले को न्यायालय के समक्ष ले जाने की तैयारी कर रहे हैं।

#Kamal kant sharma/Bhawani joshi www.newsfastweb.com

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