पंडितों ने कहा ज्योतिषी शास्त्रीय विषय, पाबंदी उचित नहीं
बीकानेर। चुनाव आयोग ने कहा है कि विधानसभा चुनाव में अब कोई ज्योतिषी भविष्यवाणी नहीं कर सकेगा। अगर ऐसा किया गया तो इसे आचार संहिता का उल्लंघन माना जाएगा और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है।
चुनाव आयोग के ये आदेश पंडितों को रास नहीं आया है। पंडितों का कहना है कि ज्योतिष हमारा शास्त्रीय विषय है। इस पर पाबंदी लगाना तर्कसंगत नहीं है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने जयपुर में ज्योतिषियों के भविष्यवाणी नहीं करने संबंधित बात कही है। चुनाव आयोग का कहना है कि इस तरह की भविष्यवाणी या एक्सपर्ट ओपीनियन मतदाताओं को प्रभावित करती है। इसलिए मतदान से पहले किसी भी तरह से कोई भी टीवी चैनल में या किसी मीडिया के माध्यम से यह प्रचारित नहीं कर सकता कि सरकार किसकी बन रही है। किसके पक्ष में क्या नतीजा आ रहा है, क्योंकि इससे मतदाता सीधे तौर से प्रभावित होते हैं।
चुनाव आयोग की तरफ से गाइडलाइन दी गई है। उस गाइडलाइन के विपरित या उससे पहले कोई, किसी भी तरह के चुनावी नतीजों पर बात करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। ऐसी हरकतों पर केन्द्रीय निर्वाचन आयोग और राज्य निर्वाचन आयोग अपनी पैनी निगाहें रखेगा।