सरकार भी नहीं सुन रही अपने मंत्री की बात
बीकानेर। पीबीएम प्रशासन इतना निरंकुश हो गया है कि वह अब जिला प्रभारी मंत्री के निर्देश भी नहीं मानता है। वहीं सरकार भी अपने मंत्रियों की शिकायतों पर तवज्जों नहीं दे रही है जिसकी वजह से पीबीएम अस्पताल में अव्यवस्थाएं व्यापक रूप से फैल गई हैं।
न्यूजफास्ट वेब को मिली जानकारी के अनुसार अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभियोग निराकरण विभाग के मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री शालेह मोहम्मद ने अपनी ही सरकार में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा को पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने कहा था कि पीबीएम अस्पताल में निरीक्षण के दौरान उन्होंने वहां हरतरफ पसरी हुई गंदगी का नजारा देखा। मेडिकल स्टाफ की कमी भी देखी गई। उन्होंने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री से पीबीएम में व्याप्त अव्यवस्थाओं को सुधारने के लिए पीबीएम प्रशासन को सख्त निर्देश देने की सिफारिश की थी।
इसके बाद भी प्रभारी मंत्री ने पीबीएम अस्पताल का निरीक्षण किया था, उस दौरान भी पीबीएम प्रशासन को उन्होंने वहां सफाई व्यवस्था माकूल करने के लिए संबंधित फर्म को सख्त हिदायत देने के निर्देश दिए थे। लेकिन अफसोस की बात तो यह है कि पीबीएम प्रशासन किसी की भी नहीं सुनता है और अपनी सुविधा के अनुसार ही कार्य कर रहा है। जिसकी वजह से आज अस्पताल में सफाई कार्य करवाने वाली दिल्ली की फर्म यहां सिर्फ अपने फायदे के लिए ही कार्य कर रही है। जबकि अस्पताल में हर तरफ गंदगी का आलम है।
जानकारी के अनुसार इस बार पीबीएम में सफाई कार्य का टेंडर ढाई करोड़ रुपए से ज्यादा का है। इसके बावजूद वहां इतनी गंदगी होना, पीबीएम प्रशासन और सफाई कार्य करवाने वाली फर्म की मिलीभगत को साबित कर रही है।
#Kamal kant sharma/Bhawani joshi www.newsfastweb.com