फैल रहा कोरोना संक्रमण, जैसलमेर में राजनीतिक क्वारंटाइन है सरकार

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Corona transition spreading, government quarantine in Jaisalmer

हालात हो रहे बेकाबू, सरकार बचाने में व्यस्त मुख्यमंत्री

जिले में आज भी 85 नए मामले कोरोना संक्रमण के सामने आए

बीकानेर। प्रदेश में कोरोना संक्रमण फैलता जा रहा है, रोजाना कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। इस महामारी के फैलाव को रोकने के लिए नीतियां बनाने वाली सरकार जैसलमेर में क्वारंटाइन हो रखी है। ऐसे में प्रदेशवासियों को अपना बचाव स्वयं करना होगा।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके मंत्री अपने समर्थक विधायकों के साथ पिछले सात दिनों से जैसलमेर के सूर्यगढ़ होटल में राजनीतिक क्वारंटाइन हो रखे हैं। हालांकि इस बीच कई बार मुख्यमंत्री और उनके कुछ मंत्री जयपुर आते-जाते रहे हैं लेकिन अभी उनका ज्यादा ध्यान अपने समर्थक विधायकों को हॉर्स टे्रडिंग से बचा कर अपनी सरकार बचाने में है। ऐसे सियासी संकट का फायदा कोविड-19 वायरस भी पूरी तरह से उठा रहा है।

सियासी घमासान के बीच पिछले कई दिनों से रोजाना एक हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमित सामने आ रहे हैं। वहीं कोविड-19 की वजह से प्रदेश में अभी तक साढ़े सात सौ से ज्यादा लोग मौत का शिकार हो चुके हैं। हालांकि मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि उनके मंत्री अपना-अपना कार्य बखूबी कर रहे हैं लेकिन यह सब जानते हैं कि जब शासन पर ही तलवार लटकी हो तो काम किस तरह से हो रहा होगा। कोरोना संक्रमण की रफ्तार थामने के लिए सरकार को काफी कोशिशें करनी हैं, लेकिन सरकार के राजनीतिक क्वारंटाइन हो जाने की वजह से आने वाले सात-आठ दिनों तक ऐसा होना संभव नजर नहीं आ रहा है। सियासी उठापटक खत्म हो जाने के बाद ही प्रदेश में सही तरीके से काम होगा।

अब जिले की बात करें तो पहले वाले कलेक्टर रोजाना नए नियम निकाल कर कोरोना संक्रमण को रोकने में लगे दिखाई दे रहे थे लेकिन कोरोना की रफ्तार को वे थाम नहीं सके। अब जिले की कमान नए कलेक्टर के पास है। ये तो अभी आए ही हैं, रोजाना अधिकारियों की मीटिंग लेने में व्यस्त हैं। अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी अपने-अपने सामथ्र्य के अनुसार कोरोना संंक्रमण थामने की कोशिशों में लगे जरूर हैं लेकिन कोई फायदा होता अभी तक दिखाई नहीं दिया है।

परिणाम नजर नहीं आता दिखा तो लोगों में चर्चा शुरू हो गई कि प्रशासन तो रसूखदारों के दबाव में काम कर रहा है। रसूखदार जब कहते हैं कि कफ्र्यू लगा दो तो प्रशासन कफ्र्यू लगा देता है, जब रसूखदार कहते हैं कि बाजार खोल दो तो प्रशासन बाजार खोलने का आदेश जारी कर देता है। कफ्र्यू में भी कहीं कोई सख्ती नजर नहीं आई। जिसका परिणाम आज भी शहर के लोग भुगत रहे हैं। जिले में आज भी 85 नए मामले कोरोना संक्रमण के सामने आए हैं। पिछले दिनों से तकरीबन ऐसी ही संख्या रोजाना नए संक्रमण की सामने आती रही है।

#Kamal kant sharma/Bhawani joshi www.newsfastweb.com

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