शातिर लोग समूह बनाकर पीबीएम अस्पताल के कर्मचारी का कर रहे शोषण

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PBM hospital workers are exploiting vicious people groups

महिला सफाईकर्मी की रिपोर्ट से पहले फर्म कर्मचारी ने दर्ज कराया था मामला

बदला लेने के लिए झूठा मुकदमा दर्ज कराने के शातिर लोगों पर लग रहे आरोप

बीकानेर। पीबीएम अस्पताल में सफाई कार्य करवाने वाली फर्म के कर्मचारी पर झूठा और फर्जी मुकदमा करवाने की चर्चाएं चल रही हैं। बताया जा रहा है कि फर्म कर्मचारी पर कुछ शातिर लोग दबाव बना कर जबरन अपना हित साधना चाहते हैं।

न्यूजफास्ट वेब को मिली जानकारी के अनुसार पीबीएम अस्पताल में सफाई कार्य करवानेे का कार्य दिल्ली की आर्मोर इंडिया प्रा.लि. नामक फर्म संभाल रही है। फर्म की तरफ से यहां विभोर गुप्ता को नियुक्त किया गया है। विभोर गुप्ता ने यहां एक महिला और उसके पति को भी सफाई कार्य के लिए संविदा पर रखा था। काम नहीं किए जाने पर इन दोनों पति-पत्नी को काम पर से हटा दिया था। जिससे नाराज होकर दोनों पति-पत्नी ने विभोर गुप्ता के साथ 26 जून को मारपीट की, उसे झूठा मुकदमा कर फंसाने की धमकी भी दी गई थी। इस घटना की रिपोर्ट विभोर गुप्ता की तरफ से सदर थाने में उसी दिन यानि 26 जून को ही दर्ज करवा दी थी।

इसके बाद अगले दिन यानि 27 जून को विभोर गुप्ता के खिलाफ इस महिला ने मुकदमा दर्ज करवा दिया। सफाईकर्मी महिला की ओर से दी गई रिपोर्ट में विभोर गुप्ता पर गंभीर आरोप लगाए गए। हालांकि इस मामले की जांच सीओ सदर कर रहे हैं, आने वाले दिनों में वे इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी कर देंगे। लेकिन जिस प्रकार से एक-दूसरे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है और पीबीएम अस्पताल में चर्चाएं की जा रही हैं, उन्हें देखकर माना जा सकता है कि आर्मोर इंडिया प्रा.लि. फर्म का कर्मचारी विभोर गुप्ता निर्दोष है।

ये चर्चाएं चल रही हैं पीबीएम में

बताया जा रहा है कि पीबीएम अस्पताल में कुछ शातिर लोगों ने एक समूह बना रखा है, जिसमें सफाईकार्य से हटाए गए कुछ लोग, राजनीतिक पार्टियों के छुटभैय्ये नेता और सामाजिक संगठन के लोग जुड़े हुए हैं। ये लोग सामूहिक रूप से फर्म के कर्मचारी पर दबाव बनाकर अपने चहेते लोगों को काम पर रखवाते हैं।

जब इन शातिर लोगों के चहेते लोग फर्म के मुताबिक कार्य नहीं करते तो उन्हें उनके कार्य से मुक्त कर दिया जाता है, तब ये शातिर लोग अपनी महिला सफाईकर्मियों से फर्म कर्मचारी के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करवा देते हैं। बाद में रुपए-पैसे लेकर समझौता कर लेते हैं। कुछ समय पहले भी फर्म के इस कर्मचारी के खिलाफ सदर थाने में मामला दर्ज करवाया गया था, जो समझौता करके खत्म कर दिया गया था।

#Kamal kant sharma/Bhawani joshi www.newsfastweb.com

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