श्री मुरली मनोहर गाचर संरक्षण समिति ने कलेक्टर को स्थिति से कराया अवगत
बीकानेर। भीनासर में गोचर भूमि पर कब्जा किया जा रहा है। श्री मुरली मनोहर गोचर संरक्षण समिति की ओर से आज कलेक्टर को ज्ञापन देकर गोचर भूमि को कब्जामुक्त करवाने की मांग की गई।
समिति की ओर से ज्ञापन के जरिए कलेक्टर कुमारपाल गौतम को अवगत कराया गया कि यह गोचर भूमि स्वामी रामसुखदासजी महाराज के आह्वान पर किश्मीदसेर व भीनासर के किसानों ने गोमाता व अन्य वन्य जीवों के स्वतंत्र विचरण के लिए दान कर दी थी।
वर्ष, 1942-43 में भीनासर के दानदाताओं ने इस 5300 बीघा भूमि को ताउम्र गोचर सुरक्षित रखने के लिए भूमि कर (राजस्व कर) राजकोष में एकमुश्त जमा करवा दिया था। इस गोचर भूमि के संरक्षण के लिए श्री मुरली मनोहर गोचर संरक्षण समिति का गठन कर उसे पंजीकृत कराया गया। इस संरक्षण समिति ने गोचरभूमि की तारबन्दी भी करवा दी गई थी लेकिन हैरानी की बात यह है कि धार्मिक स्थल बनाने के नाम पर लोग इस तारबन्दी में भी कब्जा कर रहे हैं।
समिति की ओर से कलेक्टर को बताया गया कि इससे पहले भी गोचर भूमि में धार्मिक स्थल बना लिए गए थे। तब भी इस बारे में प्रशासन को अवगत कराया गया था। 25 अप्रेल, 2006 को उपखण्ड अधिकारी (उत्तर) ने आदेश जारी हल्का पटवारी व गिरदावर को मौके की (धार्मिक स्थल) पैमाइश कर मौजूदा भू निर्माण को यथास्थिति में रख कर धार्मिक स्थल संचालकों को पाबंद किया था कि वे आइन्दा सेे इस गोचर भूमि पर किसी प्रकार का निर्माण कार्य नहीं करेंगे लेकिन प्रशासन के इस आदेश को दरकिनार करते हुए धार्मिक स्थल से जुड़े लोग गोचर भूमि पर निर्माण कार्य करवा कर धार्मिक स्थलों का विस्तार कर रहे हैं। जिससे गोमाता और अन्य वन्य जीवों को स्वतंत्र विचरण में परेशानी होती नजर आ रही है।
ज्ञापन में गोचरभूमि पर कब्जा करने के आरोप शिवभगवान पुत्र तोलाराम और कुंभनाथ उर्फ रामनाथ पर लगाए गए हैं और साथ ही इनके खिलाफ कार्रवाई करने तथा गोचरभूमि को कब्जा मुक्त करवाने की मांग की गई है। ज्ञापन देने वालों में समिति अध्यक्ष ब्रदीप्रसाद गहलोत, उपाध्यक्ष भंवरलाल सहित कई जने शामिल थे।
Kamal kant sharma and Bhawani joshi newsfastweb.com