पर्याप्त ऑक्सीजन मिलने से काफी राहत महसूस कर रहे कोरोना रोगी
बीकानेर/ नई दिल्ली। बिहार में कोविड-19 के गंभीर मरीज ऑक्सीजन के सहारे स्वस्थ हो रहे हैं। विशेष तौर पर ऐसे कोरोना मरीज जो रेस्पिरेटरी सिस्टम की समस्या से जूझ रहे हैं। पर्याप्त ऑक्सीजन मिलने के बाद कोरोना रोगी काफी राहत महसूस कर रहे हैं और उनकी इम्यूनिटी भी बढ़ रही है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ऐसे कोरोना रोगी जो पहले सांस की बीमारी से ग्रस्त हैं, उन्हें कोरोना संक्रमण में सांस लेने में परेशानी होती है, उन्हें आइसोलेशन वार्ड में डॉक्टरों की गहन निगरानी में रखा जा रहा है। वहां वे पर्याप्त ऑक्सीजन मिलने के बाद काफी राहत महसूस कर रहे हैं और धीरे-धीरे उनकी इम्यूनिटी बढऩे लगती है और बाद में वे कोरोना की जांच में निगेटिव पाए जाते हैं। बिहार के पहले कोविड डेडिकेटेड अस्पताल एनएमसीएच में ऐसा रोज होता देखा जा रहा है। कल यानि शुक्रवार को भी हृदय रोग का ऐसा ही संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौटा।
एनएमसीएच के नोडल अधिकारी डॉ. अजय सिन्हा ने मीडिया को बताया है कि बिहार के सभी मेडिकल कॉलेजो में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाकर गंभीर मरीजों का इलाज किया जा रहा है, जिसके परिणाम से डॉक्टर हैरान हैं। गंभीर मरीजों के स्वास्थ्य में फास्ट ऑक्सीजनदेने से काफी अंतर आ रहा है। इसको लेकर मुजफ्फरपुर, भागलपुर स्थित मेडिकल कॉलेजों के डॉक्टरों से भी मिला फीडबैक संतोषप्रद है।
बताया गया है कि सामान्यतया 2 से 3 लीटर ऑक्सीजन गैस मरीज को दी जा रही थी लेकिन इसे बढ़ाकर 20 से 25 लीटर ऑक्सीजन गैस एक मरीज को दी जा रही है ताकि भरपूर ऑक्सीजनमिलने से मरीज को आराम मिल सके। एसपीओ-2 की पर्याप्त आपूर्ति अस्पताल में की जा रही है। डॉक्टरों के अनुसार ऑक्सीजनका सैचुरेशन 95 फीसदी को मेनटेन करने का निर्देश दिया गया है ताकि ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं हो।
मीडिया में आए आंकड़ों के अनुसार एनएमसीएच में अब तक 298 कोरोना संक्रमितों का इलाज किया गया। जिनमें से अब तक 250 ठीक होकर घर जा चुके है। जिन 8 मरीजों की यहां मौत हुई है, वे कैंसर सहित अन्य गभीर बीमारियों से ग्रसित थे। पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजनदिए जाने पर ठीक हो रहे कोरोना मरीजों के मामलों पर चिकित्सक गहन अध्ययन करने में जुट गए हैं।
Kamal kant sharma and Bhawani joshi newsfastweb.com