वायुसेना ने अपनी 18वीं स्क्वाड्रन को किया सक्रिय, तेजस की है ये स्क्वाड्रन

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Air Force activated its 18th Squadron, Tejas has made this squadron

चीन के छक्के छुड़ाएगा स्वदेशी तेजस, इजरायल की इस मिसाइल से है लैस

बीकानेर। चीन के साथ लद्दाख और अन्य सीमाओं पर लगातार चल रहे विवाद के बीच भारतीय वायुसेना ने अपनी 18वीं स्क्वाड्रन को सक्रिय कर दिया है। वायुसेना चीफ एयर मार्शल आरकेएस भदौरिया ने इस बारे में आदेश दिया है।

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार वायुसेना चीफ एयर मार्शल ने सुलूर में स्थित 18वीं स्क्वाड्रन में तैनात फ्लाइंग बुलेट्स यानी हल्के लड़ाकू विमान एलसीए तेजस को सक्रिय रहने के लिए कहा है। गौरतलब है कि कुछ ही दिन पहले भारत और चीन के सैनिकों के बीच पूर्वी लद्दाख और सिक्किम के नाकूला सेक्टर में भी झड़प हो चुकी है। इसी के बाद दोनों देशों में तनाव की स्थिति है।

सिर्फ लद्दाख ही नहीं बल्कि बीते एक महीने में चीन और भारत के बीच तीन क्षेत्रों में तनावपूर्ण स्थिति बन रही है। तब से ही लद्दाख क्षेत्र में चीन की ओर से जो लगातार सैनिकों की संख्या बढ़ाई जा रही है। उसे देखते हुए भारत ने भी अपनी सेना की तैनाती को बढ़ा दिया है। मंगलवार को ऐसी खबर आई थी जिसमें चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपनी सेना को युद्ध के लिए तैयार रहने को कहा है। इसके बाद भारत ने भी हर स्थिति का मुकाबला करने के लिए तैयारी की है। जिसमेें 18वीं स्क्वाड्रन को सक्रिय रहने के आदेश शामिल हैं।

ये हैं तेजस की विशेषताएं

तेजस हवा से हवा में और हवा से जमीन पर मिसाइल दाग सकता है। इसमें एंटीशिप मिसाइल, बम और रॉकेट भी लगाए जा सकते हैं। तेजस सिंगल सीटर पायलट वाला विमान है। एक बार में तेजस 54 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है। तेजस 2222 किमी प्रति घंटा की गति से उड़ान भरने में सक्षम है। 3000 किमी तक एक बार में उड़ान भर सकता है। तेजस में 6 तरह की हवा से हवा में मार करने वाली, 2 तरह की हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलें यानी ब्रह्मोस-एनजी और डीआरडीओ एंटी-रेडिएशन मिसाइल तैनात की जा सकती हैं। इसके अलावा इसपर लेजर गाइडेड बम, ग्लाइड बम और क्लस्टर वेपन लगाए जा सकते हैं।

Kamal kant sharma and Bhawani joshi newsfastweb.com

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