शहरवासियों पर भारी ना पड़ जाए प्रशासन की जल्दबाजी, मार्केट खोले जाने का विरोध

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The body of an employee found hanging on the noose in PWD office premises

शहर में लगातार सामने आ रहे हैं कोरोना संक्रमित, ऐसे में मार्केट खोलना जल्दबाजी

बीकानेर। प्रशासन की जल्दबाजी कहीं शहरवासियों पर भारी ना पड़ जाए! मार्केट खोले जाने पर प्रशासन और व्यापारियों के बीच किए जा रही वार्ता का विरोध होना शुरू हो गया है। कुछ व्यापारियों ने मार्केट अभी नहीं खोले जाने की मांग की है।

पिछले कई दिनों से शहर में कोरोना संक्रमितों का आना लगातार हो रहा है। ऐसे में मार्केट और शॉपिंग काम्पलेक्स खोले जाने को व्यापारियों का एक वर्ग उचित नहीं मान रहा है। व्यापारियों ने प्रशासनिक अधिकारियों से मांग की है कि अभी एक सप्ताह तक और मार्केटऔर शॉपिंग काम्पलेक्स नहीं खोले जाएं। क्योंकि शहर में कई मार्केट व शॉपिंग काम्पलेक्स, विशेष रूप से केईएम रोड, कोटगेट क्षेत्र व तोलियासर भैरूजी की गली में ऐसे हैं जिनमें सिर्फ सात-आठ फिट की गैलेरी है, ऐसे में इन मार्केट में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं हो सकेगी। शहर के व्यापारी सिर्फ कुछ दिन और धेर्य रख लें तो शहरवासियों को परेशानी होने की आशंका नहीं होगी।

गौरतलब है कि सियासी गलियारों में पैठ रखने वाले शहर के कुछ व्यवसायी अपने रसूख की वजह से प्रशासन पर दबाव बनाकर मार्केट और शॉपिंग काम्पलेक्स खोलने को कह रहे हैं। शनिवार शाम को एकबारगी तो प्रशासनिक अधिकारियों ने मार्केटखोले जाने की स्वीकृति भी दे दी थी लेकिन बाद में इस निर्णय को वापस ले लिया गया। आज फिर से रसूखदार व्यवसायी इस मांग के साथ प्रशासन से वार्ता करने के लिए पहुंच गए।

लोगों में चर्चा की जा रही है कि सियासी गलियारों में पैठ रखने वाले ये रसूखदार व्यवसायी अपने स्वार्थ के लिए शहर के लाखों लोगों की जान को जोखिम में डालने पर तुले हुए हैं। लोगों में इस बात को लेकर भय भी है कि अगर राजनेताओं के दबाव में प्रशासनिक अधिकारियों ने स्वार्थी व्यापारियों की इस मांग को मान लिया तो इसका खमियाजा शहरवासियों को भुगतना पड़ सकता है।

Kamal kant sharma and Bhawani joshi newsfastweb.com

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