गंगाशहर की चौपडा स्कूल का मामला
बीकानेर। बीकानेर के उपनगर गंगाशहर की चौपड़ा स्कूल में शनिवार को प्रदर्शन व अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान विचित्र सजावट दिखाई दी। शाला में मुख्य भवन को शराब की बोतलों से सजावट की गई। खास बात तो यह है कि शिक्षा के मंदिर में शराब की बोतलों से सजावट करने का फैसला जिसने भी किया है उसे शिक्षा की अहमियत का अंदाजा नहीं रहा होगा। गंगाशहर के बहुत पुराने व अपनी एतिहासिकता दर्शाने वाले इस विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था भी लगभग चौपट नजर आ रही है। प्रधानाचार्य मोहरसिंह यादव से शराब की बोतलों से सजावट के बारे में बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि केवल सजावट के दृष्टिकोण से यह किया गया था, अब इसे हटा दिया जाएगा।
बताया जा रहा है कि शुक्रवार का दिन शाला में हंगामे का माहौल रहा। सुबह छात्रों ने टायर जलाकर प्रदर्शन भी किया। मौके पर गंगाशहर थाना पुलिस ने पहुंचकर विद्यार्थियों व प्राचार्य से वार्ता भी की। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को कक्षा से बाहर खड़े विद्यार्थियों को क्लास में जाने के लिए कहा इस दौरान एक विद्यार्थी को पीटा भी गया जिसके जवाब में प्राचार्य ने बताया कि थोड़ा बहुत फटकारा गया है न की पीटा गया है।
बिगड़ी पड़ी है लाइब्रेरी व्यवस्था- लाइब्रेरी की व्यवस्था भी बिगड़ी होने की तथा 200 रुपए शुल्क लिए जाने की बात भी शुक्रवार को सामने आई है। लाइब्रेरियन जयपुर गई हुई हैं तथा लाइब्रेरी की व्यवस्था व किताबों को कार्टून अथवा बोरों में भरे जाने की बात भी शाला कार्यालय में बताई गई। अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी अजय रंगा व सुनील बोड़ा ने कार्यवाही करते हुए प्रधानाचार्य से व शिक्षकों से इस मुद्दे पर शाला कार्यालय में पूछताछ कर जांच शुरू की। ज्ञात रहे सेठ श्री भैरूदानजी चौपड़ा परिवार द्वारा बनाए गए इस स्कूल का 82 वर्षों से गंगाशहर में संचालन हो रहा है। करोड़ों रुपए की लागत से चौपड़ा परिवार द्वारा इसका निर्माण व देखरेख का कार्य किया जा रहा है।